विश्वास: इस माहिष्मती की शिवगामी देवी कोई और है
आम आदमी पार्टी (AAP) में राज्य सभा टिकट बंटवारे के बाद से जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। AAP के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने केजरीवाल सरकार गिराने के गंभीर आरोप को लेकर पार्टी विधायक और दिल्ली के पार्टी संयोजक गोपाल राय पर पलटवार किया है। विश्वास ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग और फिल्म बाहुबली के किरदारों माहिष्मति, शिवगामी, कटप्पा का जिक्र कर गोपाल राय और पार्टी आलाकमान पर निशाना साधा।
इस माहिष्मति की शिवगामी देवी कोई और है
गोपाल राय के आरोपों का जवाब देने के लिए विश्वास शुक्रवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, ‘पांच राज्यों के प्रभारी, दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष, पीएसी मेंबर, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विधायक और मंत्री जैसे 9 पदों पर रहने वाले गोपाल राय कार्यकर्ताओं को मीर जाफर कहते हैं। आज 7 महीने बाद उनकी कुंभकर्णी नींद खुली है। पार्टी ने उनके बयान से किनारा कर लिया है।’ इस दौरान कुमार विश्वास ने चर्चित फिल्म बाहुबली का जिक्र करते हुए इशारों-इशारों में अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा है। कुमार विश्वास ने कहा, ‘दरअसल, इस माहिष्मति की शिवगामी देवी कोई और है।
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हर बार नए कटप्पा पैदा किए जाते हैं। मेरा उनसे अनुरोध है कि कांग्रेस और बीजेपी से आए गुप्ताओं से मिले योग ‘दान’ का कुछ दिन आनंद लें। मेरे शव के साथ छेड़छाड़ न करें।’ माना जा रहा है कि विश्वास ने ‘शिवगामी देवी’ का जिक्र कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। विश्वास ने उन पर केजरीवाल सरकार गिराने की कोशिश का गंभीर आरोप लगाने वाले गोपाल राय पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह का जिक्र करते हुए कहा,’किम जोंग ने दुनिया को बड़ा तंग कर रखा है। संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष भी लगे हाथ बन जाएं। थोड़ी विश्व शांति भी हो जाएगी।
क्या इस तरह के व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जा सकता है
‘ इस बीच पार्टी के प्रवक्ता गोपाल राय ने भी एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि पार्टी कुमार विश्वास को राज्य सभा का उम्मीदवार बनाना चाहती थी, लेकिन उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते ऐसा नहीं किया गया। बता दें कि गुरुवार को गोपाल राय ने आरोप लगाया था कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार गिराने का साजिश रचने के केंद्र में विश्वास ही थे। पिछले साल अप्रैल में एमसीडी चुनावों के बाद सरकार को गिराने का प्रयास किया गया था। उन्होंने फेसबुक लाइव में कहा कि सरकार गिराने की साजिश के तहत कुछ विधायकों के साथ अधिकतर बैठकें उनके (विश्वास के) आवास पर हुईं। राय के मुताबिक कपिल मिश्रा उसका हिस्सा थे और बाद में उन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया। विश्वास ने राय के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी। राय ने कहा था कि वह ऐसे व्यक्ति हैं कि जिन्होंने हर संभव सार्वजनिक मंच से पार्टी पर प्रहार किए। क्या इस तरह के व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जा सकता है?
nbt
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