तीन तलाक बिल : हंगामे की भेंट चढ़ा सदन, कल तक के लिए स्थगित
लोक सभा में तीन तलाक बिल पास कराने के बाद अब सरकार के लिए राज्य सभा में इसे पारित कराना आसान नहीं दिख रहा है। गुरुवार को राज्य सभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस तीन तलाक बिल को सिलेक्ट कमेटी को भेजने पर अड़ी रही। जबकि सरकार इसे शीतकालीन सत्र में ही पारित कराना चाहती है।
सेलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव देर से आया- अरुण जेटली
सिलेक्ट कमेटी में बिल को भेजने की मांग पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सिलेक्ट कमिटी में भेजने का प्रस्ताव देर से आया। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव 24 घंटे पहले दिया जाना चाहिए था। जेटली ने आगे कहा कि सदन में कहा जा रहा है कि ज्यादातर सदस्य इस बिल के खिलाफ हैं। इस पर कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर किया।
बिल में महिला विरोधी प्रावधान- गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम बिल के हक में हैं लेकिन इसमें महिला विरोधी प्रावधान है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। सवाल इस बात का है कि आरोपी पति अगर जेल में रहेगा तो उसकी पत्नी को खाना कौन खिलाएगा? वित्त मंत्री ने कहा कि अगर आप बिल को खत्म करना चाहते हो तो आप सिलेक्ट कमेटी में नहीं हो सकते।
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संशोधन को लेकर कांग्रेस ने की वोटिंग की मांग
हंगामा बढ़ता देख राज्य सभा के उपसभापति ने सदस्यों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि अगर कोई तकनीकी खामी सामने आती है तो संशोधन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से रखे गए संशोधन, प्रस्ताव की तरह हैं। मैं नहीं कह सकता कि मोशन को वापस ले लिया जाए। कांग्रेस समेत विपक्ष ने बिल में संशोधन पर वोटिंग की मांग की।
सुधार के बहाने बिल को लटकाने की कोशिश- जेटली
जेटली ने कहा कि कांग्रेस सुधार के बहाने तीन तलाक बिल को लटकाने का प्रयास कर रही है। उधर, GST पर चर्चा शुरू होती देख विपक्ष के नेता वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद उपसभापति ने राज्य सभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
(साभार- नवभारत टाइम्स)