इंटरनेट की दुनिया में हिन्दी का बढ़ता वर्चस्व
एक समय था जब सोशल मीडिया की दुनिया में केवल अंग्रेजी भाषा ही नजर आती थी। लेखन से लेकर गूगल सर्च तक अंग्रेजी का वर्चस्व था। किसी ने भी नहीं सोचा था कि हिन्दी का प्रयोग कभी इंटरनेट पर किया जाएगा। क्योंकि हिन्दी के लिए यह जगह बिल्कुल भी मुफीद नहीं समझी जा रही थी। लेकिन पिछले 10 सालों में इसमें बहुत तेजी से बदलाव देखने को मिला है। हिन्दी के लिए एक जगह तलाश रहे लोगों के लिए यह बहुत सुखद बात है।
दूर हो रहीं भाषा संबंधी गलतियां
ऑनलाइन उपयोग करने वाले जब हिन्दी का प्रयोग करते हैं तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। तब वे उस भाषा संबंधी गलती के लिए ऑनलाइन समाधान चाहते हैं जिससे उन्हें इंटरनेट पर काम करने में सुविधा होती रहे। ऐसे में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए काम कर रहे हैं।
इनमें वरिष्ठ पत्रकार कमर वहीद नकवी का नाम सबसे ऊपर है। कमर वहीद नकवी के फेसबुक वॉल पर सवाल करके लोग अपनी भाषा संबंधी समस्याएं पूछते हैं। नकवी सबके सवालों का जवाब इत्मीनान से वॉल पर पोस्ट करके देते हैं। इसके अलावा नकवी समय-समय पर भाषा संबंधी कुछ सामान्य गलतियों को लेकर पोस्ट करते रहते हैं। इससे उनके फॉलोवर और उनके फ्रैंडलिस्ट के लोगों तक भाषा का ज्ञान पहुंचता रहता है।
सोशल मीडिया पर छाई हिन्दी
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर कई ग्रुप हिन्दी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कई ग्रुप हैं जो हिन्दी में छोटी-छोटी कहानियां लिखकर पाठकों तक पहुंचा रहे हैं। इन्हें बहुत बेहतर फीडबैक प्राप्त हो रहे हैं। लघु परम कथा और फेसबुक लघु कथा पर कुछ व्यंग्यात्मक तो कुछ गंभीर विषयों पर हल्के अंदाज में बातें होती हैं। मंजीत ठाकुर का फेसबुक लघु कथा ग्रुप में 1997 लोग शामिल हैं, वहीं लघु परम कथा ग्रुप में 193 लोग हैं।
मैसेज व पोस्ट में भी हिन्दी
हाल के दिनों में फेसबुक पर आने वाले पोस्ट में और मैसेज में भी लोग हिन्दी का प्रयोग कर रहे हैं। अब हिन्दी ज्यादातर लोगों के लिए मुश्किल नहीं है। कई लोगों को अपनी बात कहने का यह ज्यादा बेहतर तरीका लगता है। लोग अपनी मातृभाषा में अपनी बातें कह पाने में अधिक सहूलियत महसूस कर रहे हैं। इसलिए इसका प्रयोग बढ़ रहा है।
ब्लॉग लिखने का बढ रहा चलन
युवाओं में हिन्दी में ब्लॉग लिखने का चलन भी काफी बढ़ रहा है। रात का रिपोर्टर, रफू चक्कर, हाशिया, दालान आदि कुछ ऐसे ब्लॉग हैं जो युवाओं की ओर से चलाए जा रहे हैं। वेबसाइट तक हिन्दी पट्टी के लोगों की पहुंच पिछले कुछ वक्त में काफी बढ़ी है। इनकी तादाद बढ़ने के साथ ही हिन्दी भाषा से जुड़ी सामग्री की तलाश भी बढ़ी।
हिन्दी ब्लॉग की बढ़ती लोकप्रियता
वेब की दुनिया में हिन्दी भाषा में कई ऐसे ब्लॉग हैं जो आज काफी लोकप्रिय हैं।
‘कस्बा’
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार का ब्लॉग ‘कस्बा’ लोगों के बीच लोकप्रिय है। रवीश के ब्लॉग पर देश भर के मुद्दों पर बिहारी अंदाज में बातें होती हैं जिसे बिहार के लोग काफी पसंद कर रहे हैं।
‘लहरें’
कर्नाटक के बेंगलुरु में रहने वाली पूजा उपाध्याय हिन्दी में ‘लहरें’ ब्लॉग लिख रही हैं। पूजा बहुत ही खूबसूरत अंदाज में गंभीर मुद्दों को पेश करती हैं।
‘रेडियोवाणी’
इसके अलावा यूनुस खान की ‘रेडियोवाणी’ भी लोगों के बीच पसंद की जा रही है। ‘रेडियोवाणी’ पर फिल्म संगीत की चर्चा होती है जिसमें नए-पुराने हिन्दी गाने भी सुने जा सकते हैं।
‘मेरी दुनिया मेरे सपने’
डॉ. जमकिर अली रजनीश का ब्लॉग ‘मेरी दुनिया मेरे सपने’ भी लोगों द्वारा पढ़ा जा रहा है।