शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की होगी पूजा….

जानें कौन है मां ब्रह्मचारिणी ?

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शारदीय नवरात्रि का कल से शुभारंभ हो गया है, इस साल शारदीय नवरात्रि 03 अक्टूबर से लेकर 11 अक्टूबर तक चलने वाला है. हिन्दुओं का सबसे बड़ा पर्व शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाला है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा पूरे विधि–विधान से की जाती है. ऐसे में आज नवरात्रि का दूसरा दिन है और आज मां ब्रह्मचारिमी की पूजा की जाएगी. आज का दिन मां ब्रह्माचारिणी को समर्पित रहता है. यह नवदुर्गा का दूसरा रूप है, आइए जानते है पूजन विधि और उपासना के लाभ…

मां ब्रह्माचारिणी कौन है ?

नवरात्रि के दूसरे दिन माता का ब्रह्मचारिणी स्वरूप पूजा जाता है, मां ब्रह्मचारिणी को ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी मानते हैं. वही कठोर साधना करने के कारण और ब्रह्मलीन हो जाने की वजह से इन देवी को ब्रह्मचारिणी कहा जाता है. इनकी पूजा विद्यार्थियों और तपस्वियों के लिए बहुत शुभ और फलदायी होती है. यदि आपका चंद्रमा है तो, आपको माता ब्रह्मचारिणी की उपासना करने से लाभ मिलेगा.

पूजन विधि

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय पीला वस्त्र धारण करें, साथ ही माता को मिश्री, शक्कर या पंचामृत जैसे सफेद वस्तुएं अर्पित करें. इसके बाद वैराग्य और ज्ञान का कोई भी मंत्र माता के सामने जप सकता है. यही कारण है कि, मां ब्रह्मचारिणी के लिए ऊं ऐं नम: मंत्र का जाप बहुत विशिष्ट है. इसके साथ ही स्वस्थ फलाहार और खाद्य पदार्थों पर विशेष ध्यान दें.

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मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से लाभ

माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से कई फायदे मिलते हैं, क्योंकि वे ज्ञान की देवी हैं. उनके पूजन से ज्ञान में वृद्धि होती है, जो विद्यार्थियों के लिए बहुत फायदेमंद है. माता ब्रह्मचारिणी संयम और शांति की देवी है, इनकी पूजा करने से मन शांत होता है और आत्म-नियंत्रण में सुधार होता है. मनोकामनाएं माता ब्रह्मचारिणी की कृपा से पूरी होती हैं. माता की पूजा करना कुंडलिनी शक्ति को जगाता है.

 

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