नस्लवाद हमेशा रहा है और रहेगा : अली फजल
अनुभवी अभिनेत्री जूडी डेंच के साथ स्टीफन फ्रीयर्स द्वारा निर्देशित ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ में शीर्ष भूमिका निभाने वाले अभिनेता अली फजल का मानना है कि नस्लवाद हमेशा से रहा है और भविष्य में भी यह जारी रहेगा। लेकिन वह इस मामले में खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि वह ऐसे कुछ लोगों में से हैं, जिन्हें इसका सामना नहीं करना पड़ा।अभिनेता ने मुंबई में लैक्मे फैशन वीक (एलडब्ल्यूएफ) विंटर/फेस्टिव 2017 के दौरान एक साक्षात्कार में मीडिया से कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह (नस्लवाद) समाप्त हो गया है। यहां हमेशा से नस्लवाद रहा है और दुर्भाग्य से आगे भी रहेगा।”
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अली का कहना है कि उनकी फिल्म सही समय पर रिलीज हो रही है और वह इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं।यह फिल्म महारानी विक्टोरिया (डेंच) और उनके क्लर्क अब्दुल करीम (फजल) के बीच के अकथनीय संबंधों के इर्द-गिर्द घूमती है।
एरिक फेलनर ने इसका निर्माण किया है
यह फिल्म श्रावणी बसु द्वारा लिखी इसी नाम की पुस्तक पर आधारित है, जिसमें रानी विक्टोरिया और अब्दुल करीम के बीच के वास्तविक संबंधों का वर्णन किया गया है। वहीं शाही परिवार के सदस्य उनके संबंधों को संदेह से देखते हैं।फिल्म की पटकथा ली हॉल ने लिखी है और बीबन किड्रोन, ट्रेसी सीवर्ड, टिम बेवन और एरिक फेलनर ने इसका निर्माण किया है। फिल्म में एडी इज्जार्ड, माइकल गैम्बन, टिम पिगोट-स्मिथ और अदील अख्तर जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
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शोस्टॉपर के रूप में रैंप वॉक किया
फजल ने कहा कि उन्हें अपनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की यात्रा के दौरान कभी किसी घृणास्पद टिप्पणी का सामना नहीं करना पड़ा।उन्होंने कहा, “नहीं कभी नहीं। मुझे लगता है कि यह (मेरी हॉलीवुड यात्रा) बहुत अच्छी रही।”अली ने डिजाइनर असा कजिंगमेई के लिए शोस्टॉपर के रूप में रैंप वॉक किया।
कोई कलाकार इस पर फैसला ले सकता है
फिल्मों में काम करने के दौरान स्टाइलिग के बारे में सुझाव देने के सवाल पर उन्होंने कहा, “यह एक समन्वित प्रयास होता है। यह किरदारों के साथ ही कई अन्य चीजों पर भी निर्भर करता है। मुझे नहीं लगता कि कोई कलाकार इस पर फैसला ले सकता है।”
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