Loksabha Election 2024:इस चुनावी रणनीतिकार ने इन राज्यों में भाजपा को लेकर किये यह दावे
चुनावी रणनीतिकार माने जानेवाले प्रशांत किशोर ने हाल ही में एक साक्षात्कार में लोकसभा 2024 को लेकर कई दावे किये हैं. उनका दावा है कि बीजेपी चुनाव में 300 से अधिक सीटें जीत सकती है, जो केंद्र में सरकार बनाने के लिए 272 के आंकड़े से ज्यादा है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अपने लक्ष्य यानि 370 सीटों का आंकड़े को नहीं छू पाएगी. प्रशांत किशोर विभिन्न दलों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं. फिलहाल आम चुनावों से पहले वह किसी भी पार्टी के साथ सक्रिय तौर पर शामिल नहीं हैं. हालांकि उन्होंने विपक्ष के बारे में कहाकि आलस्य और समय पर फैसले न लेने को कारण उनकी हार होती है.
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बंगाल-ओडिशा में सबसे बड़ी पार्टी रहेगी भाजपा
कभी पीएम मोदी और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने कहा है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में नंबर एक पार्टी के रूप में उभर सकती है. बीजेडी नहीं बीजेपी ओडिशा में भी सबसे अधिक सीटें जीतने जा रही है.
दक्षिणी राज्यों में भाजपा आश्चर्यजनक प्रदर्शन का दावा
भाजपा लोकसभा चुनाव जीतने के लिये उत्तर भारत के राज्यों पर ज्यादा निर्भर रहती है. वहीं दक्षिण के राज्यों में केवल कर्नाटक में ही भाजपा का प्रभाव है. हालांकि प्रशांत किशोर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहाकि “तेलंगाना में भाजपा या तो नंबर 1 या नंबर 2 पार्टी होगी. वहीं तमिलनाडु में भी भाजपा का वोट प्रतिशत दो अंको में रहने की संभावना है. वहीं भाजपा तमिलनाडु में कुछ सीटें भी जीत सकती है. बता दें कि तमिलनाडु में पिछली बार भाजपा का खाता तक नहीं खुल पाया था. 2019 में भाजपा को तमिलनाडु में 3.66 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन वह कोई सीट नहीं जीत पाई थी.
इन राज्यों में 50 सीटें भी नही जीत सकी थी बीजेपी
भाजपा ने 2019 में ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से 8 सीटें हासिल की थीं. वहीं 17 सीटों वाले तेलंगाना में बीजेपी ने 4 सीटें जीती थीं. तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, बिहार और केरल को मिलाकर लोकसभा की 204 सीटें हैं, लेकिन बीजेपी 2014 और 2019 में इन सभी राज्यों में कुल 50 सीटें भी नहीं जीत सकी थी. बीजेपी ने इन राज्यों में 2014 में 29 और 2019 में 47 सीटें जीतीं.
विपक्ष को घेरा
प्रशांत किशोर ने कहा कि विपक्ष के पास बीजेपी के विजयरथ को रोकने के तीन मौके थे, लेकिन आलस और गलत रणनीतियों के कारण उन्होंने इन अवसरों को गवां दिया. वहीं विपक्ष के इंडिया गठबंधन पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि 350 से अधिक सीटों पर सीधे की टक्कर है इसीलिये इंडिया गठबंधन के बनने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. कहा कि भाजपा इसलिए जीत रही है क्योंकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जैसे दल अपने क्षेत्र में उसका मुकाबला करने में असमर्थ हैं. राहुल गांधी को कहा कि वायनाड के बजाए उन्हें यूपी, मध्य प्रदेश आदि के किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि हिन्दी पट्टी के राज्यों में जीत से ही सरकार बनाने का रास्ता खुलेगा. वहीं राहुल गांधी के अमेठी सीट से चुवाव न लड़ने पर कहा कि इससे जनता के बीच गलत संदेश जाएगा.