April Fool’s Day 2024: जानें क्या है मूर्ख दिवस का इतिहास और महत्व ?

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April Fool’s Day 2024: 1 अप्रैल को हर साल ‘April Fool’s Day’ मनाया जाता है. इस पूरा दिन हंसी – मजाक और मस्ती वाला होता है. इस दिन लोग अपने परिवार, दोस्तों के साथ मजाक करके उन्हें मूर्ख बनाने का प्रयास करते हैं और यदि सामने वाला मूर्ख बन जाता है तो, वे अप्रैल फूल का शोर मचाते हैं. इन हरकतों के साथ ही लोग इस दिन को काफी मस्त और खुशहाली के तौर पर मनाते हैं. इसके साथ ही आपको बता दें कि जितना मस्त और मजकिया यह दिन होता है उससे कहीं जाता दिलचस्प इसको मनाए जाने के पीछे की कहानी है, तो आइए जानते हैं इस दिन को मनाए जाने का इतिहास और महत्व….

क्या है April Fool’s Day का इतिहास ?

अप्रैल फूल को मनाने के पीछे कुछ लोगों का मानना है कि, यह दिन रोमन के एक त्यौहार हिलारिया से आधारित है, जो 25 मार्च को मनाया जाता था. बताते हैं कि, हिलारिया के दिन भी लोग एक दूसरे से मजाक करके एक – दूसरे को मूर्ख बनाने का प्रयास करते थे. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि अप्रैल फूल डे की शुरूआत 16 वीं शताब्दी में फ्रांस में की गयी थी क्योंकि, 1 अप्रैल फ्रांस में नया साल था. फ्रांसीसी राजा चार्ल्स IX ने 1582 में 1 जनवरी को नया साल मनाने का निर्णय लिया था.

लेकिन कुछ लोग इस बदलाव को स्वीकार नहीं पाए और वे 1 अप्रैल को ही नया साल मनाते रहे. ऐसे में फ्रांस में 1 अप्रैल को नया साल मनाने वालों को अप्रैल फूल कहा जाने लगा और धीमें – धीमें यह दिन अप्रैल फूल दिवस के रूप में बदल गया. फ्रांस में मनाया गया यह दिन कुछ ही सालों में पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा. यह एक ऐसा लोकप्रिय दिन है जिसमें मजाक और हंसी-मजाक शामिल हैं.आजकल लोग बहुत सारे मजाक करते हैं. कुछ लोग अपने दोस्तों और परिवार को झूठी खबरें सुनाते हैं, जबकि दूसरे लोग उन्हें मूर्खतापूर्ण कामों में भेजते हैं. कुछ लोग अप्रैल फूल डे पर एक पार्टी करते हैं और घरों और कार्यालयों को सजाते हैं.

भारत में कब से हुई April Fool’s Day की शुरूआत?

भारत में 18 वीं शताब्दी में अंग्रेजी शासन के आगमन के बाद भारत में अंग्रेजों ने ही अप्रैल फूल डे मनाने की शुरूआत की थी. उस समय भारत में अंग्रेजी शासकों का ही हुक्म चलता था. एक शासक से तौर पर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए अंग्रेजी अपनी संस्कृति और परंपराओं को भारत में ला रहे थे, उनमें से एक है अप्रैल फूल दिवस.

बताते हैं कि शुरूआती दौर में लोग अंग्रेजी शासकों के डर से इस दिन को मनाते थे, लेकिन धीमे-धीमे यह भारत में भी लोकप्रिय होता चला गया और लोग इसे मन से मनाने लगे. यह पहले सिर्फ शहरों में मनाया जाता था, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी मनाया जाता है. इसके साथ ही अप्रैल फूल डे की लोकप्रियता सोशल मीडिया के आगमन के बाद और भी बढ़ गयी है. अब लोग अप्रैल फूल डे पर एक दूसरे को मजाक करते हैं और सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं भेजते हैं.

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क्यों मनाना चाहिए April Fool’s Day ?

-अप्रैल फूल डे दिन आपको मस्ती, हंसी और खुशी का मौका देता है. मित्रों और परिवार के साथ हंसी-मजाक करने से चिंता को कुछ समय के लिए भूल सकते हैं.
-यह दिन आपको रचनात्मक होने का अवसर देता है.
-यह दिन लोगों को एकजुट करने और उनके रिश्ते को मजबूत करने का काम करता है. जब एक दूसरे के करीब आने का अवसर मिलता है.
-अप्रैल फूल डे को मनाने और तनाव कम करने का एक तरीका है.
-यह परंपरा कई सदियों से चली आ रही है. इस दिन हमें अपनी संस्कृति और इतिहास से जुड़ने का अवसर मिलता है.

 

 

 

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