काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) चिकित्सा विज्ञान संस्थान के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने एक अत्यंत जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूर्ण कर युवक के जीवन को नई रोशनी दी. 23 वर्षीय राजकुमार नामक देवरिया जिले के भैसही गांव का निवासी है. तीन माह पूर्व गलती से बाथरूम साफ करने का तेजाब पी लिया. इसके बाद उसके मुंह और आहार नली बुरी तरह जल गई. मरीज को जलने के छाले ठीक होने के बाद आहार नली में जबरदस्त सिकुड़न हो गई. यह सिकुड़न इतनी थी की खाना तो दूर मरीज अपना लार भी नही निगल पा रहा था. उसका वजन तेजी से घटने लगा था.
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ऐसी स्थिति में मरीज ने अपने पिता के साथ बीएचयू के सर्जरी विभाग के प्रो. विवेक श्रीवास्तव से संपर्क किया. बीमारी की जटिलता और मरीज के गिरते स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मरीज को तत्काल भर्ती किया गया. पोषण की कमी को पूरा करने के बाद दूरबीन विधि द्वारा ऑपरेशन कर नई आहार नली को गले और पेट में जोड़ा गया. ऑपरेशन प्रो. मुमताज अंसारी और प्रो विवेक श्रीवास्तव ने किया.
प्रो. विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि यह ऑपरेशन करीब 5 घंटे चला. इसमें दूरबीन द्वारा बड़ी आंत को काट कर सीने से गले तक ले जा कर स्वस्थ आहार नली से जोड़ दिया गया. प्रो. मुमताज ने बताया कि यह ऑपरेशन अपने आप में बहुत जटिल है. पर अब दूरबीन की बेहतर सेवा और कौशल की वजह से इसे डॉक्टरों की टीम द्वारा बिना लंबा चीरा लगाए सफलता पूर्वक किया गया. इसका श्रेय टीम के हर सदस्य को जाता है.
टीम में यह रहे शामिल
ऑपरेशन में सर्जरी विभाग के डॉ. अरविंद के साथ एनेस्थीसिया के प्रो. रामबदन सिंह ने सहयोग दिया. टीम में डॉ. अक्षय, डॉ. जूली, डॉ. शिवेंदु, डॉ. आदि, डॉ. हिमांशु राज, डॉ. ऋतिक,डॉ. उज्जवल, डॉ. आशीष, डॉ. महेंद्र और डॉ. प्रतीक के साथ नर्सिंग ऑफिसर दिनेश सैनी, अपराजिता, पृथा मजूमदार और तकनीकी सहयोगी अविनाश ने सहयोग दिया. गैस्ट्रो मेडिसिन के डॉ. देवेश यादव और कार्डियो थोरेसिक के डॉ. नरेंद्र कुमार दास का विशेष योगदान मिला.