जश्न-ए-आजादी : जानें, तीनों सेनाएं कैसे करती हैं ‘सैल्यूट’
आज देश आजादी की 70वीं सालगिरह मना रहा है, ऐसे में पूरा हिंदुस्तान तिरंगे के रंग में सराबोर है। लाल किले से लेकर गली-मोहल्ले सब तिरंगे में डूबे हुए हैं। आज लाल किले की प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित किया तो वहीं देश की तीनों सेनाओं ने अपनी बहादुरी और साहस का अदम्य परिचय भी दिया। इस मौके पर देश की तीनों सेनाओं ने परेड कर सलामी दी। आप को आज हम सेना के सैल्यूट करने के अलग-अलग तरीकों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में हो सकता है आप को कोई जानकारी न हो। आप जानते हैं कि तीनों सेनाएं अलग-अलग तरह से सलाम करती हैं। इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति को देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख सलामी देते हैं। उनके साथ सेना भी सलामी देती है।
आर्मी ऐसे करती है सैल्यूट
आर्मी जब सलामी देती है तो हाथ उस व्यक्ति की तरफ होता है जिसको सलामी दी जाती है। इससे ये दिखाया जाता है कि आर्मी कहती है उनके पास इस समय कोई हथियार नहीं है और हर कोई उनपर विश्वास कर सकता है।
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इंडियन नेवी ऐसे करती है सैल्यूट
पुराने समय में नेवी के सिपाही सारा दिन अपने जहाजों पर काम करते थे जिससे उनके हाथ गंदे रहते थे इसलिए जब वो सलामी देते थे तो हाथ को नीचे करके देते थे, इसलिए वही परंपरा आज भी बनीं हुई है। ऐसा इसलिए करते हैं ताकि उनके अफसरों को अपमान महसूस न हो।
वायुसेना ऐसे करती है सलाम
वायुसेना का अधिकारी और सैनिक जब किसी को सलाम करता है तो उसके हाथ 45 डिग्री पर होते हैं जिससे वो ये इशारा करते हैं कि उनके कदम हमेशा आसमान की तरफ बढ़ रहे हैं। इससे पहले वायुसेना के जवान अपनी हथेली आसमान की तरफ करके सलामी देते थे।
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