अमित मालवीय के विवादित ट्वीट से मचा बवाल, ‘1966 में राजेश पायलट ने मिजोरम में गिराए थे बम’

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Amit Malviya’s controversial tweet : विवादित बयान और फिर सुर्खियों में आ जाना राजनीति का पुराना पैंतड़ा रहा है, इन दिनों इसी पैंतड़े का इस्तेमाल करके बीजेपी के आईटी सेल इंचार्ज अमित मालवीय अपने विवादित ट्वीट के लिए ट्रोल हो रहे है । ऐसे में आज उनको लेकर एक्स यानी ट्वीटर पर #अमित_मालवीय_माफ़ी_मांग भी ट्रेंड कर रहा है । दरअसल, अमित मालवीय के एक ताजा ट्वीट में उन्होने राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट के स्व. पिता और कांग्रेस नेता को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि, वर्ष 1966 में स्वर्गीय राजेश पायलट ने मिजोरम में बम गिराया था । मालवीय के इस ट्वीट पर भड़के सचिन पायलट ने इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए मालवीय के इन सिरे से खारिज करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, काल्पनिक, तथ्यहीन और भ्रामक करार दिया है।

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अमित मालवीय ने ट्वीट में की ये विवादित टिप्पणी

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ‘राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराये थे। बाद में इन दोनों को कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बनाया गया।’

‘राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराये थे। बाद में इन दोनों को कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बनाया गया।’

-अमित मालवीय

 

सचिन पायलट ने किया पलटवार

बीजेपी नेता अमित मालवीय द्वारा किये गये इस विवादित ट्वीट पर राजनीति गरमा गयी है, ऐसे में राजेश पायलट के पुत्र सचिन पायलट ने इस विवादित ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘स्व. राजेश पायलट 29 अक्टूबर 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिजोरम में बमबारी करी थी – काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। राजेश पायलट 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थायी शांति संधि स्थापित करवाने गए थे और इसमें उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका ज़रूर निभाई थी।’

‘स्व. राजेश पायलट 29 अक्टूबर 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिजोरम में बमबारी करी थी – काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है।

-सचिन पायलट 

 

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संसद सत्र के दौरान इसको लेकर पीएम ने दिया था बयान

संसद सत्र के दौरान पीएम मोदी ने 10 अगस्त को इस मद्दे को लेकर अपनी बात रखते हुए कहा था, “5 मार्च 1966 को मिजोरम में असहाय नागरिकों पर कांग्रेस ने अपनी वायुसेना से हमला करवाया था. कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि क्या ये किसी दूसरे देश की वायुसेना थी, मिजोरम के लोग मेरे देश के नागरिक नहीं? क्या उनकी सुरक्षा भारत सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं थी?” इसके साथ ही पीएम ने ये भी कहा था कि, आज भी पूरा मिजोरम हर साल 5 मार्च को शोक मनाता है।’

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