कानपुर के बाद महोबा में ट्रेन पलटाने की साजिश, ट्रैक पर मिला बड़ा पत्थर…
नए साल की शुरूआत के साथ ही देश में अभी तक सात बड़े ट्रेन हादसे हुए हैं. इनमें 4 स्थानों पर ट्रेन पटरी से उतर गई जबकि कुछ रेल हादसों की साजिश रची गई. वहीं कुछ हादसों को टाला जा सका तो कुछ हादसे हो गए. ऐसे में एक बार फिर से यूपी के महोबा में रेल हादसे की साजिश रची गई है. बीते शनिवार को महोबा के रेलवे ट्रैक एक बड़ा पत्थर रख ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गयी थी. कहा गया कि अगर ट्रेन इस पत्थर से टकराती तो बैलेंस बिगड़ने से वह पलट जाती, लेकिन लोको पायलट की सूझ – बूझ से यह हादसा टल गया. दूसरी ओर मामले की पड़ताल कर रही पुलिस ने इस मामले में आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है.
पत्थर झांसी प्रयागराज रेलवे ट्रैक पर रखा
जानकारी के अनुसार, यह मामला महोबा के कबरई थाना क्षेत्र अंतर्गत झांसी – प्रयागराज ट्रैक का बताया जा रहा है. ये बड़ा पत्थर झांसी प्रयागराज रेलवे ट्रैक के पत्थर पोल संख्या 1292/21 से 1293/3 के बीच रखे गए. गलती से भी इस पत्थर से ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेन टकरा जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था, यहां तक ट्रेन डिरेल तक हो सकती थी.
कैसे टला हादसा ?
गाड़ी नंबर 11801 झांसी प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन यहां से गुजर रही थी, तभी लोको पायलट की नजर ट्रैक पर पड़े बड़े पत्थर पर पड़ी. उसने समझदारी का प्रदर्शन करते हुए तत्काल पत्थर से पहले ही ट्रेन को रोक दिया और एक बड़े हादसे को होने से बचा लिया. बताया जा रहा है कि इस मामले की पड़ताल में जुटी पुलिस ने 16 साल के किशोर को ट्रैक पर पत्थर रखने का आरोप में गिरफ्तार किया है.
आरोपी से पूछताछ में जुटी पुलिस
आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है. इस मामले में नामजद पुलिस ने धारा 327 BNS और 150 Railway Act के तहत मुकदमा दर्ज किया है. आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है, इसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से रेलवे ट्रैक पर ऐसी कई साजिशें सामने आई हैं. रेलवे ट्रैक पर पहले भी एलपीजी सिलेंडर और ज्वलनशील पदार्थ रखे गए थे जो ट्रेन से टकराकर गिर गए. वहीं, ट्रैक पर डिटोनेटर मिलने की घटनाएं भी हुई हैं, जो रेलवे को बड़ी चुनौती दी है.
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पहले भी रची गयी हादसे की साजिशें
ट्रेन पलटने की साजिश का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई सारे मामले सामने आ चुके है. इसमें रेलवे ट्रैक पर अलग – अलग तरह की चीजें रखकर ट्रेन हादसे को अंजाम देने की साजिश रची जा चुकी है. सबसे पहला मामला कानपुर से सामने आया था, जहां पर रेलवे ट्रैक पर एलपीजी से भरा हुआ सिलेंडर रखा गया था. वहीं इसके दो दिन बाद ही अजमेर में ट्रेन हादसे की साजिश का मामला सामने आया था. यहां पर रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का करीब 70 किलों के दो ब्लॉक रखकर गाड़ी पलटने की साजिश रची गयी थी. इसके बाद वाराणसी से अहमदाबाद जाने वाले ट्रेन साबरमती एक्सप्रेस को साजिश रच पलट दिया गया था. इसके चलते इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था.