GGSIU के ईस्ट दिल्ली कैंपस का उद्घाटन, अरविंद केजरीवाल के संबोधन में लगे नारें
दिल्ली में गुरुवार को गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (जीजीएसआईयू) के ईस्ट दिल्ली कैंपस का उद्घाटन किया गया। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कैंपस का उद्घाटन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। इस दौरान समारोह में आप और भाजपा के बीच तकरार देखने को मिली। जिसके चलते समारोह में सीएम केजरीवाल के संबोधन के दौरान लगातार नारेबाजी होने लगी।
दिल्ली सीएम ने की जनता से विनती
कार्यक्रम में संबोधन करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘मेरी विनती है, ये लोकतंत्र है 5 मिनट मेरी बात सुन लो, पसंद नहीं आए तो बाद में नारे लगा लेना।’ सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 7-8 सालों में बहुत बदलाव आए हैं। आपके पास पैसा है तो आप अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में भेजते हो, नहीं तो सरकारी स्कूलों में भेजते थे जहां शिक्षा का बुरा हाल था, लेकिन अब 12वीं तक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी। सीएम ने कहा कि अंग्रेजों ने शिक्षा को खराब कर दिया। उन्होंने ये शिक्षा व्यवस्था अपने लिए क्लर्क पैदा करने के लिए की थी, जबकि अंग्रेजों के आने से पहले हमारी शिक्षा बहुत बेहतर थी। मुझे उम्मीद है कि यहां से निकलने वाले हर बच्चे को नौकरी मिलेगी। देश में नौकरियों की कमी है, हमने इसे देखते हुए बिजनेस ब्लास्टर कार्यक्रम शुरू किए. इसमें हम 11वीं और 12वीं के बच्चों को 2-2 हजार देते हैं।
कार्यक्रम स्थल पर लगी थी पीएम की फोटो
वहीं अब कैंपस समारोह की तैयारी की बात करें तो मुख्य कार्यक्रम स्थल पर पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगी थी। वहीं उपराज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री की भी छोटी फ़ोटो लगी थी। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को मुख्य अतिथि लिखा था, जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गेस्ट ऑफ ऑनर लिखा था। जिसको लेकर आप कार्यकर्ताओं में नाराजगी रही।
एलजी और सीएम के बीच उद्घाटन पर विवाद
दरअसल, उपराज्यपाल और दिल्ली के सीएम केजरीवाल के बीच पहले से ही कैंपस के उद्घाटन को लेकर विवाद था। शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री इसका उद्धघाटन करेंगे। जबकि उपराज्यपाल दफ्तर का दावा था कि दिल्ली के एलजी को ही उद्घाटन करना है। बता दें, उपराज्यपाल दफ्तर की ओर से ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि उपराज्यपाल ने ही उद्घाटन की तारीख 23 मई को बदलवा कर 8 जून रखवाई थी।
लिस्ट में नही था अध्यक्ष रामनिवास गोयल का नाम
वहीं दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने आईपी यूनिवर्सिटी कैंपस उद्घाटन के दौरान बोलते हुए नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, ‘मैं संवैधानिक पद पर हूं, अखबारों में भी मेरा नाम नहीं था, मुझे निमंत्रण दिया गया था। मैं आया और वक्ताओं की लिस्ट में मेरा नाम नहीं था, इसलिए मैं नीचे जाकर बैठ गया, मुख्यमंत्री के कहने पर मैं आकर बोल रहा हूं।’
कैंपस निर्माण के दौरान वीके सक्सेना नही थे एलजी
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि पुलिस, लैंड और पब्लिक ऑर्डर उपराज्यपाल के अधीन आते हैं। एलजी को चाहिए कि पुलिस थानों का उद्घाटन करें, पुलिस हेडक्वाटर का उद्घाटन करें, DDA स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का उद्घाटन करें, एजुकेशन और हायर एजुकेशन तो स्टेट सब्जेक्ट हैं और यह काम चुनी हुई सरकार का है। एलजी इसका उद्घाटन क्यों करना चाह रहे हैं। यह कैम्पस तब बनना शुरू हुआ था, जब ये (वीके सक्सेना) यहां एलजी नहीं थे।
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