पेगासस (Pegasus) जैसे स्पाइवेयर का प्रयोग सरकार किस तरह से अपने हितों के लिए कर सकती है, इसका खुलासा 18 जुलाई को हुआ. एक भारतीय ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल ने अपने रिपोर्ट में दावा किया कि कम से कम 40 भारतीय पत्रकारों की जासूसी के लिए इजरायली स्पाइवेयर पेगासस का प्रयोग किया गया है. तो आइए देखते हैं इसमें किन भारतीय पत्रकारों के नाम शामिल हैं-
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रिपोर्ट में इन पत्रकारों के नाम आए सामने
- रोहिणी सिंह- पत्रकार, द वायर
- स्वाति चतुर्वेदी, स्वतंत्र पत्रकार
- सुशांत सिंह, इंडियन एक्सप्रेस में डिप्टी एडिटर
- एसएनएम अब्दी, आउटलुक के पूर्व पत्रकार
- परंजॉय गुहा ठाकुरता, ईपीडब्ल्यू के पूर्व संपादक
- एमके वेणु, द वायर के संस्थापक
- सिद्धार्थ वरदराजन, द वायर के संस्थापक
- रूपेश कुमार सिंह, झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार
- संतोष भारतीय, वरिष्ठ पत्रकार, पूर्व सांसद
- इफ्तिखार गिलानी, पूर्व डीएनए रिपोर्टर
- मनोरंजना गुप्ता, फ्रंटियर टीवी की प्रधान संपादक
- संजय श्याम, बिहार के पत्रकार
- जसपाल सिंह हेरन, दैनिक रोजाना पहरेदार के प्रधान संपादक
- संदीप उन्नीथन, इंडिया टुडे
- विजेता सिंह, द हिंदू की गृह मंत्रालय से जुड़ी पत्रकार
- मनोज गुप्ता, टीवी 18 के इंवेस्टिगेटिव एडिटर
- हिंदुस्तान टाइम्स समूह के चार वर्तमान और एक पूर्व कर्मचारी ( कार्यकारी संपादक शिशिर गुप्ता, संपादकीय पेज के संपादक और पूर्व ब्यूरो चीफ प्रशांत झा, रक्षा संवाददाता राहुल सिंह, कांग्रेस कवर करने वाले पूर्व राजनीतिक संवाददाता औरंगजेब नक्शबंदी)
- हिंदुस्तान टाइम्स समूह के अखबार मिंट के एक रिपोर्टर
- प्रेमशंकर झा, सुरक्षा मामलों पर लिखने वाले वरिष्ठ पत्रकार
- सैकत दत्ता, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा रिपोर्टर
- स्मिता शर्मा, टीवी 18 की पूर्व एंकर और द ट्रिब्यून की डिप्लोमैटिक रिपोर्टर
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