इस सरकारी डॉक्टर ने नौ साल से नहीं ली छुट्टी

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अक्सर हम लोग अपने ऑफिस में छुट्टी नहीं मिलने पर अपने बॉस से नाराज रहते हैं। लेकिन आप सुनकर दंग रह जाएंगे कि एक सरकारी डॉक्टर ने पिछले 9 साल से बिना कोई छुट्टी लिए लगातार काम कर रहा है। यहां तक कि अपने इकलौते बेटे की शादी में भी ड्यूटी खत्म करके ही पहुंचे। शायद इसी तरह के डॉक्टरों को देखकर किसी ने उन्हें भगवान का दूसरा रूप कहा होगा।

लगातार काम करने का रिकॉर्ड

मध्य प्रदेश के इंदौर में गोविंदवल्लभ पंत जिला अस्पताल के शव परीक्षण विभाग में कार्यरत डॉ. भरत वाजपेयी को बगैर अवकाश लिए लगातार काम करते गत वर्ष 6 नवंबर को पूरे 9 साल हो गए। डॉ. भरत वाजपेयी ने बिना छुट्टी लिए लगातार काम करने का कीर्तिमान कायम किया है। गोविंद वल्लभ पंत जिला अस्पताल में 6 नबंवर 2006 में पोस्टमार्टम विभाग की शुरूआत की गई थी। तब से अब तक डॉ. वाजपेयी ने एक दिन की भी अवकाश नहीं लिया है।

दूसरा घर बन गया अस्पताल

डॉ. वाजपेयी को 2006 में इंदौर के जिला अस्पताल में ट्रांसफर हुआ, जहां उन्हे फोरेंसिक मेडिसिन प्रभारी बनाया गया। चार्ज लेते के साथ ही डॉ. वाजपेयी की नजर पीएम रुम (पोस्टमार्टम घर) के बाहर रोते हुऐ कुछ लोगों पर पडी। वहां जाकर देखा तो पता चला कि उस घर का चिराग एक दुर्घटना में बुझ गया है। उसकी लाश के इंतजार में उसका परिवार आंसू बहा रहा है। डॉ. वाजपेयी के ड्यूटी जॉइन करने पर स्टॉफ ने छोटी सी पार्टी रखी थी। मगर उस पार्टी में न जाकर डॉ. वाजपेयी पीएम रुम में घुस गए। बिना देर किए पोस्टमार्टम करके बॉडी घरवालों के सुपुर्द कर दी। उस दिन से ही अस्पताल का पीएम रुम डॉ. वाजपेयी का दूसरा घर बन गया।

बेटे की बारात छोड़ किया पोस्टमार्टम

22 नवम्बर 2015 को डॉ. वाजपेयी के इकलौते बेटे अपूर्व की शादी थी। मगर रोज की तरह डॉ. वाजपेयी अस्पताल में ड्यूटी करने पहुंच गए। घर में बारात निकलने का वक्त हो गया था तो स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के कहने पर घर चले गए। मगर उनका मन ड्यूटी छोडकर जानें को नहीं था। इसके पहले कभी उन्होंने ऐसा नहीं किया था। घर पहुंचे तो बारात सज चुकी थी और बेटा घोड़ी चढ़ चुका था। अचानक अस्पताल से फोन आया कि दो बॉडी पोस्टमार्टम के लिये आई हैं। डॉ. वाजपेयी बारात छोडकर ड्यूटी पर चल दिए। जब बेटे की शादी हो रही थी, तब डॉ. वाजपेयी अस्पताल में ऑपरेशन कर रहे थे। अपना काम निपटाने के बाद शाम को जाकर डॉ. वाजपेयी बेटे की शादी में शरीक हो पाए।

आठ हजार किए ऑपरेशन

जिला अस्पताल में नौकरी ज्वाईन करने के बाद पहली छुट्टी मिली तो उस दिन भी डॉ. वाजपेयी अस्पताल पहुंचकर अपने काम में जुट गए। धीरे-धीरे समय गुजरता गया और आज लगातार काम करते हुऐ डॉ. वाजपेयी को साढे नौ साल से ज्यादा का वक्त हो चला है। इस बीच न कोई सरकारी छुट्टी और न ही कोई घर की जरुरत, डॉ. वाजपेयी के काम के आगे आड़े आ पाई। डॉ. वाजपेयी ने 9 साल में बिना छुट्टी लिए लगभग आठ हजार पोस्टमार्टम किए हैं।

रिकॉर्ड में दर्ज

बिना छुट्टी लिए लगातार नौकरी करने को लेकर डॉ. वाजपेयी का लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दो बार 2011 और 2013 नाम दर्ज किया गया है। इसी साल 26 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी कर्तव्य परायणता को लेकर गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में उन्हे सम्मानित किया है।

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