यूपी के 7 सांसदों को मोदी कैबिनेट में मिली जगह, अनुप्रिया पटेल और कौशल किशोर सहित कई बड़े नेता शामिल
कैबिनेट में शामिल हो रहे 43 नेताओं की लिस्ट में यूपी से 7 नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में होने वाला यह पहला कैबिनेट विस्तार होगा। पीएम मोदी की कैबिनेट में शामिल हो रहे 43 नेताओं की फाइनल लिस्ट सात नाम यूपी से हैं। इस विस्तार में राजनीतिक समीकरण के लिहाज से जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की पूरी कोशिश की गई है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ओबीसी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है।
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उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश से अनुप्रिया पटेल व कौशल किशोर सहित सात नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। उत्तर प्रदेश से केंद्रीय मंत्रिमंडल में जिन सात सांसदों को शामिल किया गया है उनमें मीरजापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल, लखनऊ की मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर, महराजगंज संसदीय सीट से पंकज चौधरी, जालौन सीट से सांसद भानु प्रताप वर्मा और बीएल वर्मा जो कि राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से सांसद हैं। एसपी सिंह बघेल आगरा से सांसद हैं जो कि पिछड़ी जाति से आते हैं। अजय मिश्र लखीमपुर खीरी से सांसद हैं।
कौशल किशोर
लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से सांसद कौशल किशोर परख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी के एससी विंग के अध्यक्ष हैं। कौशल किशोर एक एक्टिव नेता हैं, साथ ही, सामाजिक न्याय के मुद्दों को लेकर वे काफी सक्रिय रहते हैं। इसके लिए वह देश भर में पहचाने जाते हैं। बता दें कौशल किशोर लंबे समय से इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि भाजपा किसी दलित चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। जिसके बाद अब वह मंत्री बनने जा रहे हैं। वह पासी समाज से आते हैं, जाटव के बाद यूपी में इनका बड़ा वोट बैंक है। ऐसे में भाजपा इसके सहारे 2022 चुनाव को भी साध सकती है।
एसपी सिंह बघेल
एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा से हैं। 1989 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद बघेल मुलायम सिंह यादव के सुरक्षा में शामिल हो गए, लेकिन अपनी निडरता, मेहनत और ईमानदारी के बल पर उन्होंने मुलायम सिंह यादव का भी दिल जीत लिया। मुलायम सिंह यादव ने उनको जलेसर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर 1998 में पहली बार उतारा और वह जीते। उसके बाद दो बार सांसद चुने गए। 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा। साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी, 2014 में फिरोजाबाद लोकसभा से सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के सामने चुनाव लड़े हालांकि वह यह चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। एसपी सिंह बघेल ने बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचार के रूप में भूमिका निभाई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के निकट माने जाते हैं, पार्टी ने ताकतवार सांसद और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर एसपी सिंह बघेल को चुनाव लड़ाया। इसके बाद आगरा से बघेल ने शानदार जीत दर्ज की।
भानु प्रताप वर्मा
यूपी के जालौन की भोगनीपुर से सांसद भानु प्रसात वर्मा 5 बार के बीजेपी सांसद हैं, उनके समर्थक इस उपलब्धि पर काफी उत्साहित हैं। भानु प्रताप वर्मा ने अपने राजनीतिक करियर 1991 में कोच विधानसभा सीट से बतौर विधायक शुरू किया था। भानु प्रताप वर्मा कोरी समाज से ताल्लुख रखते हैं और इनका अपने समाज मे अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। 1996 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी भानु प्रताप वर्मा को जीत मिली और पहली बार भानु प्रताप वर्मा सांसद बने। इसके बाद 1998 के लोकसभा चुनाव में भी भानु प्रताप वर्मा दूसरी बार विजयी घोषित हुए। 2004 के लोकसभा चुनाव में भानु प्रताप वर्मा ने जीत का क्रम बरकरार रखा। 2014 के लोकसभा चुनाव और फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में भानु प्रताप वर्मा को दोबारा जीत मिली इस तरह कुल 5 बार इस सीट से सांसद चुने गए।
पंकज चौधरी
यूपी के महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी भी मोदी कैबिनेट शामिल किए गए हैं। 2019 में छठवीं बार पंकज चौधरी लोकसभा के सांसद बने थे। 57 साल के पंकज चौधरी को पार्षद से लेकर संसद सदस्य तक का अनुभव रहा है। पंकज चौधरी 1991, 1996, 1998, 2004, 2014 में सांसद रह चुके हैं और 2019 में वे छठवीं बार सांसद चुने गये थे। पंकज चौधरी का राजनीतिक सफर गोरखपुर के नगर निगम से शुरू होता है, वे पहली बार 1989-91 में नगर निगम गोरखपुर में पार्षद चुने गये थे। इसके बाद 1990-91 तक वे गोरखपुर नगर निगम में ही उप-महापौर रहे। 1991 में ही उन्हें प्रदेश भाजपा में कार्यकारिणी समिति में सदस्य बनाया गया। इसी साल हुए लोकसभा के चुनाव में उन्हें टिकट भी मिल गया और वे जीत भी गये। फिर 1996 में दोबारा जीते।
अनुप्रिया पटेल
मिर्जापुर से सांसद अनप्रिया पटेल मोदी सरकार में मंत्री बनेंगी। अनुप्रिया अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की बड़ी बेटी हैं, वह दूसरी बार मिर्जापुर से सांसद चुनी गई हैं और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में फिर से मंत्री बनने जा रही है। अनुप्रिया मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राज्य मंत्री थीं। बता दें 2014 के आम चुनावों में बीजेपी गठबंधन की सदस्य अपना दल एस ने 2 सीटें हासिल की थीं। इसके बाद मोदी सरकार ने मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल को केंद्र में स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाया था, लेकिन 2019 में मोदी सरकार दोबारा बनने के बाद अपना दल को केंद्रीय टीम में जगह नहीं मिली। अब मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में अनुप्रिया पटेल का शामिल होना करीब-करीब तय माना जा रहा है।
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