छेड़छाड़ का विरोध करने पर मनचलों ने स्कूल में घूस कर की छात्राओं की पिटाई

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मनचले स्‍कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे। वे छात्रावास  की दीवारों पर गंदी बातें लिख देते थे। छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्‍हें गुस्‍सा आ गया। उन्‍होंने हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को जमकर पीटा। हमले में घायल (injured) 34 छात्राओं को इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा है। इनमें एक दर्जन की हालत चिंताजनक बनी हुई है। घटना सुपौल के त्रिवेणीगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय (स्‍कूल) की है।

भड़कीं छात्राओं ने इसपर आपत्ति दर्ज की

जानकारी के अनुसार मनचलों ने हॉस्‍टल की दवारों पर अश्‍लील बातें लिख दी थीं। शनिवार की शाम में स्‍कूल की कुछ छात्राएं मैदान में खेल रही थीं। इसी दौरान कुछ मनचले उनपर अभद्र टिप्पणी करने लगे। दीवारों पर अश्‍लील बातों के कारण पहले से भड़कीं छात्राओं ने इसपर आपत्ति दर्ज की। उन्‍होंने मनचलों की शिकायत अध्यापकों से की।

छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारपीट की

अध्यापक और विद्यालय प्रधान जब मनचलों को समझाने गए तो वे उनसे भी उलझ गए। फिर, मनचले अपने अभिभावकों को बुलाकर ले ले आए और गुंडई पर उतरी भीड़ ने विद्यालय पर हमला बोल दिया। उन्‍होंने वहां की सभी छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारपीट की।

घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर लिया गया है

घटना में 34 छात्राएं गंभीर रूप से जख्मी हो गईं।घटना में घायल 12 छात्राओं की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस बीच जिलाधिकारी के आदेश पर घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एसडीओ विनय कुमार के अनुसार घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। पुलिस आरोपितों को खोज रही है, हालांकि अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

उधर, तनाव को देखते हुए पुलिस घटना स्‍थल पर कैंप कर रही है।घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद रंजीत रंजन लड़कियों को देखने अस्‍पताल पहुंचीं। शनिवार की देर रात्रि सांसद रंजीत रंजन ने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा व्‍यवस्‍था को लेकर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया। साभार

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