जैतुपुरा पुलिस ने गैर इरादन हत्या के मामले के तीन आरोपितों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गये आरोपितों में सउद कुरैशी, आकिब जावेद और गुलशार है. पुलिस टीम ने इन तीनों को थाना क्षेत्र के पेट्रोल पम्प के पास से पकड़ा. घटना पिछले 17 सितम्बर की है. घसियारी टोला राजघाट के निवासी मो. शाहिद उर्फ पप्पू को कुछ लोगों ने बेरहमी से मारने के बाद अधमरा कर दिया और उसे टेम्पो में फेंक कर भाग निकले थे. बाद में उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना पर मृतक के परिजन और पुलिस पहुंची. इसके बाद मृतक शाहिद के भाई राजू की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की गई.
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वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन के पास से पकड़े गये
सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर सउद कुरैशी, आकिब जोवद और गुलशार के नाम प्रकाश में आये. शुक्रवार को मुखबिर से पता चला कि तीनों अलईपुर वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर पेट्रोल पम्प पर तीनों मौजूद हैं. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया. पुलिस का कहना है कि पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने शाहिद को मारपीट की गंभीर हालत में फेंक दिया था. पुलिस ने बताया कि इन आरोपितों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. इनमें सउद कुरैशी और आकिब जोवेद जैतपुरा क्षेत्र के ही कमलगड़हा और गुलशार भागलपुर (बिहार) के पीरपइती गांव का निवासी है. मृतक शाहिद मजदूरी करता था. पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने बताया कि उनकी शाहिद से कोई दुश्मनी नही थी. हालांकि पुलिस के इस खुलासे में झोल नजर आ रहा है. जब हमलावरों की शाहिद से कोई दुश्मनी ही नही थी तो मजदूरी कर लौट रहे शाहिद को बिना वजह रोकने और मारने का कोई तो कारण रहा होगा. अकारण उसे इतना मारा कि वह मरणासन्न हो गया. फिर आटो में घायलावस्था में उसे डालकर ले गये और जब पता चला कि उसकी मौत हो गई तो फेंक कर भाग गये. पुलिस की कहानी किसी के गले नही उतर रही है. क्योंकि बिना दुश्मनी, लूट का इरादा या विवाद के इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई ? बाद में पता चला कि आरोपितों ने शाहिद को टोटो चोर समझ कर बेहरमी से मारापीटा था.