BJP सांसद रमेश बिंद की मां की तेरहवीं संस्कार में बचा खाना खाने से 120 भेड़ों की मौत

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मिर्जापुर (Mirzapur) जिले के देहात कोतवाली थाना इलाके के एक गांव में अचानक एक साथ करीब 120 भेड़ों की मौत होने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. भेड़ पालकों ने इस घटना को लेकर बताया कि बीते 24 जनवरी को बीजेपी सांसद रमेश बिंद (Ramesh bind) की माता की तेरहवीं संस्कार के लिए भोज का आयोजन किया गया था, भोज के बाद बचे हुए खाने को खाने से उनकी भेड़ें एक के बाद एक अचानक से मरने लगीं.

भेड़ पालक पप्पू पाल (Pappu Pal) ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 24 जनवरी को सांसद रमेश बिंद की माता की तेरहवीं भोज का आयोजन किया गया था. जहां पर उन लोगों ने भी खाना खाया था. जिन रास्तों से भेड़ों को लेकर जाते थे, उसी रास्ते पर सांसद रमेश बिंद की मां की तेरहवीं संस्कार का कार्यक्रम हुआ था. जिसके बाद बचे हुए खाने को पंडाल के बाहर फेंक दिया गया था. निकलते समय भेड़ों ने उसी खाने को खा लिया था. जिसके बाद 25 जनवरी को दिन से ही भेड़ों की तबियत खराब होने लगी और एक के बाद एक करीब 120 भेड़ों की मौत हो गई.

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वहीं एक अन्य भेड़ पालक ने रोते हुए बताया कि उनके जीवन यापन का यही एकमात्र जरिया है. भेड़ पालन से अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाते हैं, ऐसे में उनकी 8 भेड़ों की मौत हो जाने से उनके सामने परिवार के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है. उन्होंने बताया कि एक भेड़ की कीमत 10 से 12 हजार रुपये थी, इस हिसाब से उनकी 8 भेड़ों की मौत होने से करीब एक लाख रुपये का नुकसान हो गया है.

इसके अलावा एक दूसरे भेड़ पालक की करीब 80 भेड़ों की जहरीला खाना (Poisonous food) खाने से मौत हो गई. इस घटना के बाद से पूरे गांव के भेड़ पालकों के घरों में मातम छाया हुआ है, क्योंकि उनके आय का एक बड़ा जरिया यही भेड़ें थीं.

बता दें कि रमेश बिंद बीजेपी से सांसद है, बीजेपी में आने से पहले रमेश बिंद बसपा से मिर्जापुर के मझवाँ विधानसभा (Majhwan assembly) से विधायक थे. बाद में बीजेपी (BJP) ने लोकसभा चुनाव में सांसदी का टिकट भदोही से देकर चुनाव लड़ाया और जीत दर्ज कर सांसद (MP) बने.

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