बिहार: अब 1 रुपये के लहरी पर झूम रहे नशेड़ी

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पटना। बिहार पुलिस प्रशासन और उत्पाद विभाग जहां पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने के लिए राज्यभर में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं, वहीं राज्य के शराब कारोबारी और शराबी तू डाल-डाल तो मैं पात-पातकी कहावत को सच साबित करने में लगे हैं। शराब की लत की पूर्ति के लिए शराबी प्रतिदिन नए-नए तरीके ईजाद कर रहे हैं, जिसके प्रमाण पुलिस की छापेमारी के दौरान भी मिल रहे हैं।

शराब के आदि हो चुके नशेड़ियों का ‘लहरी मुनक्का’ अब नया नशा बन रहा है। हालांकि नशे के आदि नशेड़ी लहरी मुनक्का का इस्तेमाल अर्से से करते आ रहे हैं। लेकिन, नशे के आदी के लिए ‘लहरी मुनक्का’ नया हमसफर बन गया है।

एक लहरी मुनक्का की कीमत महज एक रुपए है। नशेड़ियों की मानें तो सस्ता होने की वजह से ये उनकी अब पसंद बनती जा रही है। एक पान दुकानदार ने बताया कि अब वह प्रतिदिन लगभग 40 से 50 लहरी मुनक्का बेच लेते हैं। यह लहरी मुनक्का पान के दुकानों पर आयुर्वेदिक औषधि के नाम से बेची जा रही है। इसके रैपर के ऊपर आयुर्वेदिक औषधि भी लिखा हुआ रहता है। रैपर के ऊपर निर्माण सामग्री में मुनक्का, शक्कर, सेंधा नमक, जीरा, इलाइची, अजवाइन काली मिर्च जैसी की सारंगियों के नाम अंकित हैं।

सदर अस्पताल स्थित नशामुक्ति केन्द्र में भी इस तरह के कई मामले सामने आये हैं। जिसमें शराब के आदतन मरीज अपनी तलब को शांत करने के लिए पिछले चार-पांच दिनों से लहरी भांग जैसे नशे का लगातार सेवन कर रहे हैं। नशेड़ी लहरी मुनक्का और साई मुनक्का के नाम से बिकने वाले इन नशीले पदार्थों का सेवन कर अपनी शराब की तलब को शांत कर रहे हैं।

एंबुलेंस में ढो रहें शराब

राज्य में शराब कारोबारियों ने जहां घरों के शौचालयों में शराब की बोतलें छिपाकर रखी हुई हैं, वहीं कई लोग एंबुलेंस के जरिए शराब की बोतलें ढो रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले शराबी अन्य राज्यों में जाकर शराब की दो घूंट लगाकर मस्ती कर रहे हैं। राज्य के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पूर्णिया में शराब ढोने के लिए एंबुलेंस का सहारा लिया गया।

पूर्णिया के बायसी के पास वाहन तलाशी अभियान के दौरान पश्चिम बंगाल से पूर्णिया की ओर जा रही एंबुलेंस से शराब की बोतलें जब्त की गई। इस बीच, मधुबनी जिले के झंझारपुर में शौचालय से और जमीन में गड्ढा कर छिपाकर रखी गई 51 बोतल विदेशी शराब बरामद की गई हैं। औरंगाबाद जिले के अंबा के शराबी शाम होते झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर और हरिहरगंज क्षेत्रों में शराब का सेवन करने के लिए पहुंच रहे हैं।

पुलिस का विशेष अभियान

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने शुक्रवार को बताया कि शराब के उत्पादन, बिक्री व इस्तेमाल पर रोक को कामयाब बनाने के लिए पुलिस ने विशेष अभियान शुरू कर रखा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर 15 हजार से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की गई है। बड़े पैमाने पर अवैध शराब की भट्ठियां ध्वस्त की गईं। देसी-विदेशी शराब सहित भारी मात्रा में ‘स्प्रिट’ भी बरामद की गई।

इस बीच, राज्य पुलिस मुख्यालय का दावा है कि शराबबंदी को लेकर पड़ोसी राज्यों से आने वाले वाहनों पर खासतौर से नजर रखी जा रही है। नेपाल, पश्चिम बंगाल, झारखंड व उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस मुख्यालय, उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के मुख्यालय में बने नियंत्रण कक्ष में शराब के अवैध धंधे के संबंध में सूचनाएं लगातार आ रही हैं।

उल्लेखनीय है कि बिहार में मंगलवार से शराब पर पूरी तरह से पाबंदी लग गई। देसी और मसालेदार शराब की खरीद और बिक्री पर एक अप्रैल से ही पाबंदी लागू कर दी गई है।

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