युवराज सिंह का छलका दर्द : धोनी-विराट ने नहीं, गांगुली ने किया सपोर्ट
युवराज ने वर्ष 2000 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चैंपियंस लीग मुकाबले से अपने क्रिकेट करियर की शुरूआत की थी
पूर्व भारतीय आलराउंडर युवराज सिंह ने कहा है कि अपने क्रिकेट करियर के दौरान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की तुलना में सौरभ गांगुली की तरफ से उन्हें ज्यादा मदद मिली। युवराज ने वर्ष 2000 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चैंपियंस लीग मुकाबले से अपने क्रिकेट करियर की शुरूआत की थी। इसके बाद अपने करियर के विभिन्न समय पर वह राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, धोनी और कोहली की कप्तानी में भी खेले।
युवराज ने कहा, मैं काफी समय तक सौरभ गांगुली की कप्तानी में खेला हूं और उन्होंने मेरा काफी सपोर्ट किया है। इसके बाद माही (धोनी) ने कप्तानी ली। ऐसे में ये चुन पाना मुश्किल है कि कौन अच्छा है। सौरभ के साथ मेरी तमाम यादें जुड़ी हैं क्योंकि उन्होंने मेरा काफी सपोर्ट दिया। मुझे माही और विराट (कोहली) से इस तरह का समर्थन नहीं मिला।
टीम को बेहतरीन व्यक्ति की ज़रूरत-
युवराज ने अपने वनडे करियर में 304 मैच खेले। इसमें से उन्होंने 110 गांगुली की कप्तानी में और 104 धोनी की कप्तानी में खेले। 38 वर्षीय युवराज का मानना है कि मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम को किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जोकि खिलाड़ियों के मैदान के बाहर के मुद्दों पर बात कर सके ताकि मैदान के अंदर खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकें।
उन्होंने कहा, इस भारतीय टीम को एक ऐसे अच्छे शख्स की जरूरत है जोकि मैदान के बाहर के मुद्दों पर खिलाड़ियों से बातचीत कर सके। उनके आफ फील्ड मुद्दों का प्रभाव मैदान पर पड़ता है। उन्हें एक ऐसे मनोवैज्ञानिक की जरूरत है जोकि उनके निजी मुद्दों पर उनसे बातचीत कर सके।
उन्होंने कहा, उन्हें बेहतर इंसान बना सके। हमारे पास पैडी उप्टॉन थे जोकि जीवन से जुड़े दूसरे मुद्दों पर भी बात करते थे। वह असफलता के डर जैसे मामलों पर भी बातचीत करते थे और इससे काफी मदद मिलती थी। टीम को संभवत उनके जैसे की जरूरत है।
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