वाराणसी न्यायालय परिसर के भवन से युवा अधिवक्ता ने कूदकर दी जान, परिसर में मचा हड़कंप
सुरक्षित माने जाने वाले वाराणसी न्यायालय परिसर के भवन में एक युवा अधिवक्ता का शव मिलने से गुुरुवार को सनसनी फैल गई। दरअसल आठ मंजिल नवनिर्मित न्यायालय परिसर के भवन से कूदकर युवा अधिवक्ता ने किन्हीं कारणों से अपनी जान दे दी।
जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी और एसपी सिटी ने हादसे की जानकारी लेने के साथ ही मृतक की शिनाख्त शुरू की। जेब में मिले आधार कार्ड के आधार पर मृतक की पहचान होने के बाद परिजनों को सूचित कर पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुट गई।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार प्रारंभिक तौर पर युवा अधिवक्ता द्वारा आत्महत्या की नीयत से कूदकर जान देने का ही मामला प्रतीत हो रहा है, हालांकि मामले की जांच पड़ताल के बाद ही असली वजह की जानकारी पता चल सकती है।
आधार कार्ड से हुई शिनाख्त-
मौके पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक जांच पड़ताल के बाद आनन फानन शव को अस्पताल भेज दिया गया। मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड के पते पर पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। आधार कार्ड से हुई पहचान के अनुसार मृतक का नाम प्रशांत कुमार सिंह पुत्र चंद्रभाल सिंह, निवासी सिकरौल, भाेजूबीर है।
सुबह ही न्यायालय परिसर में युवा अधिवक्ता द्वारा आत्महत्या किए जाने को लेकर काफी देर तक गहमागहमी बनी रही। बताया गया कि अधिवक्ता जान देने से पहले अपने बच्चों को संत अतुलानंद स्कूल में छोड़कर परिसर में आया था। दिन चढ़ने के साथ ही न्यायलय परिसर पहुंचे लोगों को जानकारी हुई तो परिसर में अलग अलग तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।
वाराणसी पुलिस ने किया निरीक्षण-
युवा अधिवक्ता कब नए परिसर में गया और क्यों उसने कूदकर अपनी जान दे दी इस बाबत पुलिस जांच पड़ताल करने के साथ ही परिजनों से भी पूछताछ करने की तैयारी में जुट गई है। प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। इस वजह से पुलिस के अनुसार जांच पड़ताल के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।
हालांकि जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर नए बन रहे परिसर में मौका मुआयना कर मौत की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ के अलावा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण भी किया। वहीं परिजनों को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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