मां बेटी के साथ जो हुआ किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं
तमिलनाडु के अन्ना विश्वविद्याल में जो हुआ वो यकीनन आपको किसी फिल्म की कहानी से कम नही लगेगा। लेकिन यहां हम आपको किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि रियल लाइफ का वाक्या बताने जा रहे है। दरअसल स्वाती को तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर के अन्ना अरंगम आने के लिए कहा गया था, लेकिन वे अन्ना विश्वविद्यालय में गलती से पहुंच गई।
हाथ में बैग लिए इधर उधर भटक रही थी
इसके बाद जो हुआ वो किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं था। दो साधारण सी दिखने वाली महिलाएं, हाथ में बैग लिए इधर उधर भटक रही थी। एक व्यक्ति ने उन्हें देखा कि दो महिलाएं परेशानी की हालत में लोगो से कहीं का पता पूछ रही है। लोग उनकी मदद करने के बजाय उनको अनदेखा कर निकल जा रहे थे। आर स्वाती तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर के अन्ना अरंगम एग्रीकल्चर विश्वविद्याल का पता पूछ रही थी। उस दौरान उनको पता चला कि वो गलती से अन्ना यूनिर्वसिटी में पहुंच गई।
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वहीं तमिलनाडु एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एम सरवन ने सारी बात जानने के बाद जो किया वो मिसाल देने के लायक है। एम सरवन ने न सिर्फ स्वाती को उसकी मंजिल तक पहुंचने में मदद की बल्कि कांउसिल का समय भी बढ़वा दिया। सरवन ने दोनो मां बेटी को नाश्ता कराया। आर स्वाथी और उसकी मां के फ्लाइट का टिकट भी बुक करवाया। इधर से दोनो को आनन फानन में तमिलनाडु विश्वविद्यालय तक पहुंचाया और विश्वविद्यालय में स्टाफ को सारे मामले की जानकारी देकर कांउसलिंग का समय बढवा दिया।
जो हुआ वो उनके के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था
आर स्वाथी के साथ जो हुआ वो उनके के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था। स्वाथी और उनकी मां ने सारी उम्मीद खो दी थी, लेकिन सरवन की सूझबूझ ने स्वाती का भविष्य खराब होने से बचा लिया औऱ आज स्वाती अन्ना अरंगम एग्रीकल्चर विश्वविद्याल से बॉयोंटेक्नोलॉजी कर रही हैं। ऐसे बहुत ही कम लोग मिलते हैं जो ऐसी मुसीबतों में किसी का सहारा बनकर उनकी मदद करने के लिए आगे आते हैं।
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