मुहिम : ‘डॉक्टर’ जो दवा के साथ देता है पेड़ लगाने की ‘सलाह’

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इंसान का इलाज करने वाले डॉक्टरों को तो आपने बहुत देखा होगा, लेकिन इंसान के साथ साथ पेड़ पौधों का इलाज करने वाले डॉक्टर शायद ही देखा और सुना होगा। आइये आपको बताते है ऐसे ही डाक्टर दिनेश बंसल के बारे में जो  पेशे से डॉक्टर हैं, मगर उन्हें पर्यावरण की भी फिक्र है।

उत्तराखंड, महाराष्ट्र  और कश्मीर तक पहुंचे है पौधे

अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को दवा के साथ पौधरोपण का भी नुस्खा देते हैं। डॉ. दिनेश बंसल की मुहिम रंग ला रही है। अब उत्तराखंड, महाराष्ट्र व कश्मीर तक पौधे पहुंचने लगे हैं। ’ वह पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन उन्हें पर्यावरण की सेहत की भी फिक्र है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को दवा के साथ-साथ पौधरोपण का भी नुस्खा देते हैं। उनकी मुहिम रंग ला रही है। डॉ. दिनेश बंसल के प्रयास अब उत्तराखंड, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर तक पहुंचने लगे हैं।

एक पंथ दो काज में जुटे है डा. बंसल

बड़ौत में अस्पताल चलाने वाले वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिनेश बंसल एक पंथ, दो काज में जुटे हैं। अस्पताल में आने वाले मरीजों से उनकी एक शर्त होती है कि मरीज के तीमारदार अपने आंगन या कहीं और एक पौधा अवश्य लगाएं, जिसे वह स्वयं उपलब्ध कराते हैं। प्रतिदिन 60 से 100 पौधे मरीजों को देते हैं। पौधा ग्रहण करने वालों को यह संकल्प भी दिलाते हैं कि वह उसकी रक्षा करेंगे। अभी तक वह 56 हजार से अधिक पौधे वितरित कर चुके हैं, जिनमें से करीब 90 फीसद पौधे वर्तमान में हरे-भरे हैं। उन्होंने दो साल पहले यह अभियान शुरू किया था। उन्होंने एक ट्रस्ट बनाया, जिसके सदस्य अब दूसरे राज्यों में जाकर पौधरोपण करते हैं। उनके संगठन की शर्त यही है कि अपनी सेहत के साथ प्रकृति की सेहत भी सुधारनी होगी।

खुद करते हैं पौधों का इलाज

डा. बंसल ने हेल्पलाइन भी बनाई है। यदि किसी मरीज का पौधा मर गया है तो वह अपनी टीम के सदस्यों को भेजते हैं और नया पौधा रोपते हैं। यदि किसी को पौधे चाहिए तो वह डॉ. बंसल को एक कॉल करते हैं। इसके बाद वह शिक्षण संस्थाओं, सार्वजनिक स्थलों व अन्य स्थानों पर स्वयं पौधे रोपने जाते हैं। साथ ही क्लीनिक में आने वाले लोगों को पौधे वितरित  भी बांटते है।

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