योगी सरकार ने फिर बदला नाम!, प्रतापगढ़ का ‘मनगढ़’ हुआ ‘कृपालुधाम’, जानिए नाम बदलीकरण की वजह

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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष 25 मार्च को पूरा कर रही है। सीएम योगी ने 36 साल बाद एक ही मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड तो बनाया ही साथ ही प्रदेश में स्थानों के नाम के बदलीकरण का भी रिकॉर्ड बना रहे हैं। सीएम योगी अपने 6 साल के कार्यकाल में कई स्थानों के नाम बदल चुके हैं। इसी के तहत योगी सरकार ने एक और स्थान का नाम बदल दिया है। योगी सरकार ने प्रतापगढ़ की कुंडा तहसील में आने वाले मनगढ़ ग्राम का नाम बदल कर कृपालु धाम मनगढ़ कर दिया है…

योगी सरकार शहरों के नामों को लेकर एक बार फिर से एक्टिव हो गई है। मंगलवार को योगी शासन की ओर से शासनादेश जारी किया गया है। जिसमें अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग ने जानकारी दी है कि प्रतापगढ़ की कुंडा तहसील में आने वाले मनगढ़ ग्राम का नाम बदल कर कृपालु धाम मनगढ़ कर दिया गया है।

इसलिए मनगढ़ का नाम हुआ कृपालु धाम

मनगढ़ ग्राम प्रतापगढ़ कुंडा तहसील में स्थित है। यह जगद्गुरु कृपालुजी की जन्मस्थली है। मनगढ़ में जगद्गुरु कृपालुजी महाराज की ओर से बनवाया भक्तिधाम मंदिर है। इस मंदिर में राधा-कृष्ण के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। भक्ति धाम मनगढ़ बेजोड़ स्‍थापत्‍य कला का नमूना है। प्रतापगढ़ में जन्मे जगद्गुरु कृपालुजी ने पूरी दुनिया में अपने जिले का गौरव बढ़ाया। उनके सम्मान में कुंडा हरनामगंज रेलवे स्टेशन व उनके जन्मस्थल मनगढ़ का नाम कृपालुजी के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था। कुण्डा तहसील के मनगढ़ गांव में जगद्गुरु कृपालु महराज का जन्म हुआ था। कृपालु महराज ने देश ही नहीं, ब्लकि विदेश तक सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया। महराज ने कुण्डा को नई पहचान दी। कुण्डा में बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त शिक्षा, गांव में मुफ्त स्वास्थ्य सहित अनेक कार्य किया। इसिलए अब ये गांव कृपालु धाम के नाम से जाना जाएगा।

स्थानों के नाम बदली से मैप प्रभावित

आम तौर पर सभी प्रचलित स्थानों के नाम व लोकेशन गूगल मैप पर दर्ज होती है। जिससे स्थानों तक पहुंचना आसान हो जाता है। वहीं, जब किसी भी  स्थान का नाम बदला जाता है तो सबसे बड़ी दिक्क्त उस स्थान को गूगल पर ढूंढने की होती है। क्योंकि गूगल पर पुन: उस स्थान का नाम अपडेट करने में काफी समय लग सकता है। उदाहरण के लिए गूगल मैप हर दो सप्ताह में एक बार अपडेट होता हैं। पर कही सुदूर पूर्व स्थान जहां ज्यादा परिवर्तन नहीं होते वहां यह दो साल तक में अपडेट होता हैं। एक जगह जितनी अधिक लोकप्रिय है, उतनी बार इसे अपडेट किया जाएगा।

नाम बदली को सही नही मानते हैं एक्सपर्ट

स्थानों के नाम बदलीकरण को सोशल साइंस एक्सपर्ट भी सही नहीं ठहराते हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि स्थान का नाम बदलना व्यक्ति के नाम बदलने जैसा नही होता है। स्थान के नाम बदलने की प्रक्रियाएं और आसानी क्षेत्राधिकार के बीच भिन्न होती हैं। सामान्य तौर पर, सामान्य कानून क्षेत्राधिकार में नाम परिवर्तन के लिए ढीली प्रक्रियाएँ होती हैं जबकि नागरिक कानून क्षेत्राधिकार अधिक प्रतिबंधात्मक होते हैं।

बदल चुके हैं इन शहरों के नाम

मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में इससे पहले कई प्रमुख स्थानों के नाम बदल गए हैं। अब प्रतापगढ़ के कुंडा में स्थित मनगढ़ गांव के नाम के कृपालु धाम जोड़ दिया गया है। इससे पहले योगी सरकार ने कई जिलों के नाम बदले हैं। सरकार ने इलाहाबाद जिले का नाम बदलकर प्रयागराज किया था। फैजाबाद का नाम अयोध्या रखा गया है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशनों के नाम भी बदले गए। मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया। वहीं, झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन रखा गया। बता दें, इसके सबसे सरकार ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय किया था। इसके बाद मुगलसराय तहसील का नाम भी पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर दिया गया था।

वहीं, कुछ महीने पहले प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई जगहों के नाम बदले गए थे। इनमें बर्लिगटन चौराहा का नाम अशोक सिंघल कर दिया गया। सर्वोदयनगर में द्वार का नाम नामकरण विनायक दामोदर सावरकर द्वार कर दिया गया। वहीं सिकंदराबाग चौराहे का नामकरण विरांगना उदादेवी हो गया तो विरामखंड राम भवन चौराहा, अमर शहीद मेजर कमल कालिया चौराहा किया गया।

प्रदेश के इन शहरों के भी बदल सकते हैं नाम

ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि यूपी के 12 शहरों के नाम बदले जा सकते हैं। इनमें से 6 नाम जल्द ही बदले जा सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी योगी सरकार कई शहरों के नाम बदल चुकी है। लेकिन अब बड़ा सवाल ये है कि इस बार किन शहरों का नाम बदलने की संभावना है।

  1. अलीगढ़ हो सकता है हरिगढ़ या आर्यगढ़
  2. फर्रुखाबाद हो सकता है पांचाल नगर
  3. सुल्तानपुर हो सकता है कुशभवनपुर
  4. बदायूं हो सकता है वेद मऊ
  5. फिरोजाबाद हो सकता है चंद्रनगर
  6. शाहजहांपुर का नाम हो सकता है शाजीपुर
  7. मैनपुरी हो सकता है मयान पुरी
  8. संभल जिला हो सकता है पृथ्वीराज नगर
  9. देवबंद हो सकता है देववृंदपुर
  10. गाजीपुर का नाम हो सकता है गढ़ीपुरी
  11. आगरा हो सकता है अग्रवन
  12. कानपुर देहात के रसूलाबाद सिकंदराबाद और अकबरपुर रनियां में नामों को लेकर प्रस्ताव बनाने को लेकर निर्देश जारी
  13. चौरी चौरा प्रतिशोध के 100वें वर्ष में तथ्यों को सही करने के क्रम में जिला प्रशासन ने मुंडेरा बाजार नगर पंचायत का नाम चौरी चौरा के नाम पर करने का प्रस्ताव भेजा था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शासन के प्रस्ताव पर निर्णय लेते हुए नाम परिवर्तन को लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है।

यूपी से प्रभावित हो रहे पड़ोसी प्रदेश

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार अहमदाबाद का नाम बदलकर कर्णावती करने पर विचार कर रही है और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में शिवसेना ने अपनी पुरानी मांग दोहराई कि औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम क्रमशः संभाजी नगर और धाराशिव रखा जाए।

महाराष्ट्र में, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पूछा कि राज्य सरकार औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम कब बदलेगी। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदल दिया है।

 

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