सामने आई योगी की EC को लिखी चिट्ठी, कहा – बयान देकर निभाया अपना फर्ज़
गलत बयानबाजी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रचार पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध मंगलवार सुबह 6 बजे से लागू हो गया है।
इससे पहले चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर सीएम योगी ने खुद को बेकसूर बताया था। सीएम योगी की यह चिट्ठी अब सामने आई है। उन्होंने अयोग को बताया है कि उन्होंने बयान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायातवी के भाषण के बाद एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर दिया था।
निभाया अपना फ़र्ज़-
चिट्ठी में मुख्यमंत्री योगी ने लिखा है कि आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए एक पार्टी के अध्यक्ष (मायावती) ने मुसलमानों से उनकी पार्टी के समर्थन में वोट करने की अपील की थी इसलिए देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने का कारण मेरा फर्ज बनता है कि ऐसे लोगों का पर्दाफाश किया जाए।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की तरफ से चुनाव आयोग को नोटिस का जवाब देते हुए 11 अप्रैल को यह चिट्ठी लिखी गई है।
योगी आदित्यनाथ ने इस चिट्ठी में बजरंगबली को लेकर दिए बयान पर भी सफाई दी। योगी ने आयोग को बताया कि बजरंगबली में मेरी अटूट आस्था है और अगर इससे किसी को डर लगता है तो मैं अपनी आस्था नहीं छोड़ सकता।
क्या कहा था सीएम योगी ने-
सीएम योगी ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में अहम शख्सियत ‘अली’ और हिंदू देवता ‘बजरंगबली’ के बीच मुकाबले से की थी। यूपी के सीएम ने कहा कि अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंग बली पर विश्वास है।
बसपा सुप्रीमो का बयान-
बसपा सुप्रीमो ने मुस्लिमों से सपा-बसपा गठबंधन को वोट देने की अपील की थी। उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए वोट की अपील करते हुए कहा था कि मुस्लिम समुदाय कांग्रेस के झांसे में न आए और बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन (सपा-बसपा-आरएलडी) के उम्मीदवारों को ही वोट दें।
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