जिस शहर ने पूरी दुनिया को कोरोना दिया, वह चल पड़ा

चीन का यह शहर 76 दिन के बाद खुल चुका है

0

जिस शहर ने पूरी दुनिया को कोरोना दिया, लॉकडाउन के लिए मजबूर कर दिया वही शहर Wuhan अब खुल चुका है। चीन का यह शहर 76 दिन के बाद खुला है। Wuhan में 23 जनवरी को लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। 76 दिन का लॉकडाउन खत्म होने की खुशी शहर में यांग्सी नदी के किनारे हुए जश्न में दिखी। शहर में लाइट शो भी हुआ। रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर चहल-पहल दिखी।

यहीं से कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत हुई थी

पिछले साल दिसंबर में यहीं से कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत हुई थी। 23 जनवरी के बाद पहली बार लोग शहर से बाहर गये।

ढाई महीने तक क्वारंटाइन में रहा यह शहर फिर से दौड़ रहा है। यातायात की सुविधाएं शुरू हो गयी हैं। स्टेशनों से ट्रेनें लोगों को लेकर निकलीं तो एयरपोर्ट पर विमानों ने उड़ानें भरीं। लोग अपनी गाड़ियों में बैठकर शहर के बाहर गये।

एकक भी मौत का मामला सामने नहीं आया

चीन सरकार ने यह फैसला मंगलवार को एक भी मौत का मामला सामने नहीं आने के बाद लिया। जनवरी में जबसे नैशनल हेल्थ कमीशन ने आंकड़ों को जारी करना शुरू किया, यह पहली बार है जब कोरोना की वजह से किसी की जान नहीं गई है। 1.1 करोड़ आबादी वाला यह शहर कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित था। चीन के कुल 82 हजार कोरोना संक्रमितों में से 50 हजार इसी शहर में थे। कुल 3331 मृतकों में से 2500 वुहान में ही मरे।

दिसंबर में यहां कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था

बताया जाता है कि Wuhan के सीफूड और मीट मार्केट में यह वायरस जानवर से इंसान तक पहुंचा और फिर यह महामारी में बदल गया। दुनियाभर में 13 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 70 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण मामलों में तेजी के बाद सरकार ने वुहान में लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। इस शहर ने इतिहास का सबसे बड़ा लॉकडाउन देखा। 23 जनवरी के बाद यह सख्त होता चला गया। वायरस के फैलाव के साथ लॉकडाउन भी पूरे हुबेई प्रांत में लागू कर दिया गया। 6 करोड़ लोग घरों में कैद हो गए।

Wuhan शहर का लॉकडाउन हटा दिया गया

8 अप्रैल को नये कोरोना वायरस महामारी से ग्रस्त चीन के Wuhan शहर का लॉकडाउन हटा दिया गया। Wuhan शहर में 75 मार्ग नियंत्रण स्टेशनों को साथ-साथ हटाया गया। 23 जनवरी को Wuhan शहर को बन्द किया गया और इसे एक बार फिर खुलने में 76 दिन लग गए। Wuhan शहर की सड़क पर घूम रहे नागरिक श्या ने कहा कि हमें विश्वास हुआ कि महामारी पर विजय जरूर ही हासिल की जाएगी। और यह सबकुछ ठीक है। दूसरे नागरिक मा ने कहा कि वह अपनी कंपनी के नुकसान को वापस पाने की कोशिश करेंगे। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसंधान के अनुसार अगर महामारी के शुरू में प्रतिबंध नहीं लगाया होता, तो वुहान के बाहर चीनी क्षेत्रों में रोगियों की संख्या सात लाख तक जा पहुंचती।

अब वुहान की स्थिति सामान्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 5 अप्रैल को कहा कि चीन में स्थिति अब सामान्य हो गयी है। लेकिन विश्व के अनेक क्षेत्रों में महामारी का फैलाव जारी है। 8 अप्रैल तक अमेरिका में नये कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या 3.8 लाख और मृतकों की संख्या 12 हजार तक जा पहुंची है।

चीनियों से अनुशासन सीखें

केन्या के अखबार नेशनल डेली ने कहा कि चीन और दक्षिण कोरिया के महामारी की रोकथाम में सफल होने का श्रेय, इन की त्वरित गति, तकनीक और संस्कृति को जाता है। इन देशों के लोग सरकार के नियमों का पालन करते हैं। युगांडा के अखबार नया विजन ने अपने देश के लोगों से चीनी लोगों से अनुशासन सीखने की अपील की है।
वायरस सभी मानव जाति के लिए एक आपदा है और वह नस्ल, जाति और रंग भेद नहीं मानता है। सकेगा।

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

यह भी पढ़ें: योगी पर हमले का अलर्ट, पत्रकार के भेष में हमला कर सकते हैं आतंकी

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More