Gyanvapi Mosque : अलविदा की नमाज़ को लेकर, ज्ञानवापी में वजू के लिए वैकल्पिक व्यवस्था, जानिए प्रशासन ने क्या कहा
वाराणसी : ज्ञानवापी में वजू के लिए पर्याप्त व्यवस्था होने की मांग वाली मस्जिद कमेटी की याचिका का सुप्रीम कोर्ट ने निपटारा किया. सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि रमजान में नमाजियों की बढ़ी संख्या के मद्देनजर वजू के लिए पर्याप्त ड्रम की व्यवस्था की जाएगी मस्ज़िद कमेटी की ओर से पेश वकील का कहना था कि मोबाइल वॉशरूम थोड़ी दूर पर उपलब्ध करवाए गए हैं. प्रशासन ने कहा कि वजूखाने में जाने की तो अनुमति नहीं दें सकतें हैं क्योंकि वो जगह तो सील है. किन्तु हम ड्रम के जरिए वजू के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जाएगा.
Supreme Court hearing plea by Muslim parties plea seeking permission to carry out the practice of Wuzu or ablution inside the Mosque premises. #gyanvapi #SupremeCourtofIndia pic.twitter.com/XwZ1mXuMOm
— Bar & Bench (@barandbench) April 21, 2023
सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार नमाजियों के लिए की गई वजू की वैकल्पिक व्यवस्था…
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ज्ञानवापी मस्जिद में वजू की वैकल्पिक व्यवस्था और शौचालय के इन्तेजाम को लेकर दोनों हो पक्षों से वार्ता की थी. इस वार्ता के बाद मस्जिद के बाथरूम को तोड़कर नया शौचालय बनवाने और उसपर टंकी रख वजू के इंतजाम का हिन्दू पक्ष ने विरोध किया था. इसी बीच आज होने वाली अलविदा जुमा की नमाज के पहले जिलाधिकारी के निर्देश पर मस्जिद के 100 मीटर के दायरे में मोबाइल शौचालय रखवाए गए हैं और नमाजियों के वजू करने का इंतजाम किया गया है.
सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध…
अलविदा जुमे की नमाज को लेकर वाराणसी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात है. ज्ञानवापी मस्जिद में रमजान के आखरी जुमे पर लोगों ने नमाज अदा की. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रही. वहीं, नदेसर स्थित मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज पढ़ी गई. अतीक और अशरफ अहमद के हत्याकांड के बाद ये पहला जुमा है. कल 22 अप्रैल को ईद है. ऐसे में सुरक्षा के चौतरफा इंतजाम किए गए हैं.
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की मांग को लेकर याचिका दायर करने वाली महिलाओं और उनके वकीलों ने ज्ञानवापी परिसर में शौचालय बनाने पर आपत्ति जाहिर की है. महिलाओं और उनके वकीलों में बुधवार को डीएम एस. राजलिंगम से मुलाकात कर इसके लिए लंबी लड़ाई के लिए तैयार होने की बात कही. याचिकाकर्ता रेखा पाठक, लक्ष्मी देवी, सीता साहू, वकील सुधीर त्रिपाठी और सुभाष नंदन चतुर्वेदी की ओर से मांग पत्र में कहा गया कि ज्ञानवापी परिषद में एडवोकेट कमीश्नर की कार्रवाई के दौरान 16 मई 2022 को शिवलिंग मिला था. वह स्थान सिविल जज सीनियर डिविजन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सील किया गया है. इसके बाद जिला शासकीय अधिवक्ता ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था.
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