क्या नेपोलियन की सबसे बड़ी भूल को दोहरायेंगे इमैनुएल मैक्रों ?

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फ्रांस के एम्परर नेपोलियन बोनापार्ट ने अपनी युद्ध की कौशलता व अपनी सेना की मदद से तमाम राज्यों पर जीत हासिल की थी. हालांकि रूस पर हमला करना उनकी सबसे बड़ी भूल मानी जाती है. हाल ही में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के एक फैसले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं क्रेमलिन व पुतिन के समर्थकों की ओर से यह बयान दिया जा रहा है कि जो हाल 18वीं शताब्दी में नेपोलियन की सेना का रूस ने किया था वही हाल मैक्रों के फैसले के कारण फ्रांस की सेना का फिर से होगा.

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यूक्रेन में रूस से युद्ध लड़ने जाएगी फ्रांस व नाटो की सेना ?

युरोप में मौजूदा स्थिति द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे नाजुक दौर से गुजर रही है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने नाटो और फ्रांस की सेना के युद्ध में सीधे तौर पर मौजूदगी की गुंजाइश को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि फ्रांस व नाटो की सेना रूस को रोकने के लिये यूक्रेन में युद्ध करने जा सकती हैं.

नेपोलियन एम्पायर के पतन की थी शरुआत

नेपोलियन का रूस पर युद्ध का फैसला उसकी सबसे बड़ी भूल मानी जाती है. बता दें कि रूस ने यूके के व्यापार को रोकने के लिये कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया था. इसके बाद नेपोलियन ने 6-7 लाख की सेना के साथ रूस पर आक्रमण कर दिया था. हालांकि नेपोलियन को इस युद्ध में अपनी आधी सेना से हाथ धोना पड़ा था. रूस में पड़ने वाली सर्दी को नेपोलियन की सेना झेलने में असमर्थ रही. हालांकि युद्ध की शरुआत में नेपोलियन की सेना ने मास्को शहर में खूब खून-खराबा किया था. रूस के लोगों के बीच इसको लेकर फ्रांस के प्रति नफरत की भावना अभी भी जिंदा है.

तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत – पुतिन

रूस की तरफ से भी इसपर लगातार बयान सामने आ रहे हैं. हाल ही में पांचवी बार रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि नाटो और रूस की सेना की सीधी टक्कर तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत होगी. वहीं परमाणु हमले की धमकी भी रूस कई बार दे चुका है.

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