क्यों भड़की नूंह हिंसा…इसका मोनू मानेसर से क्या है कनेक्शन?
बीते सोमवार को हरियाणा के नूह में खूब बवाल हुआ. जहां दो समुदायों के बीच एक दूसरे के खिलाफ पथराव हुए और गाड़ियों को तोडा-फोड़ा गया वह आग भी लगाई गई. हिंसा के बीच में दो होमगार्ड्स के जवालों की मौत हो गई. वहीं बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के साथ 15 लोग घायल हो गए हैं. नूंह में हिंसा की खबर जानने के बाद लोगों की भीड़ ने सोहना में 4 गाड़ियों और एक दुकान में आग लगा दी. इसी बीच जिक्र हो रहा है मोनू मानेसर का. मोनू मानेसर बजरंग दल का नेता बताया जाता है.
हिंसा कैसे शुरू हुई…
दरअसल, नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद की ओर से ब्रजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी. उसी दौरान अचानक से कुछ युवाओ की भीड़ आई और यात्रा को रोकने की कोशिश करते हुए कुछ कारों में भी आग लगा दी. जिसके बाद जुलूस में शामिल लोगों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें रोकने वाले युवकों पर पथराव कर दिया. दोनों तरफ से पथराव के बाद जमकर हंगामा हुआ। एक दूसरे पर पथराव किया गया. इस पथराव में जहां कई लोग घायल हो गए, वहीं दो होम गार्ड जवानों की भी मौत हो गई.
मोनू सोनकर का इससे क्या है कनेक्शन…
आपको बता दें कि घटना की वजह बजरंग दल के एक कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किया गया एक वीडियो है. जो हिंसा का कारण बना. वास्तव में मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने को कहा है. यह वही मोनू मानेसर है जिस पर राजस्थान के दो लोगों की हत्या में वांछित होने का आरोप है. लेकिन विश्व हिंदू परिषद की सलाह पर मोनू मानेसर इस जुलूस में शामिल नहीं हुए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मोनू मानेसर ने बताया कि उन्होंने वीएचपी के कहने पर जुलूस में हिस्सा नहीं लिया, क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी मौजूदगी से तनाव पैदा हो सकता है. मोनू मानेसर का वीडियो जारी होने के बाद ट्विटर पर कथित तौर पर उन्हें नूंह आने की चुनौती देने की धमकियां भी दी गईं.
अब स्थिति कैसी है…
फिलहाल नूंह जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. 2 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. वहीं, नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों के शिक्षण संस्थानों को आज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
Also Read: सीवान के लड़के ने गर्लफ्रेंड को पाने के लिए बदला धर्म, सरवन से बना साहिल अली