औसत से ज्यादा क्यों हो रही बारिश, जानें वजह…

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नई दिल्ली: देश के कई स्थानों में क्यों हो रही है तेज बारिश. राष्ट्रीय राजधानी में रविवार-सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जल जमाव की समस्या हो गई और जाम लग गया. भारी बारिश के चलते दिल्लीवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के मयूर बिहार में रिकॉर्ड से अधिक बारिश हुई है. इतना ही नहीं जाने देश के कई ऐसे राज्य व जिले हैं जहां अन्य केंद्रों के मुकाबले सबसे अधिक बारिश हो रही है, आखिर ऐसा क्यों…

बारिश और क्लाइमेट चेंज…

बता दें कि विज्ञानी मानेते हैं कि किसी स्थान पर अधिक बारिश का होना क्लाइमेट चेंज माना जाता है. कहा जाता है कि जिस स्थान पर ज्यादा बारिश होती है वहां स्थानीय कारक और मानसून की स्थिति शामिल है. इतना ही नहीं यह भी कहा जाता है कि अधिक बारिश होने के लिए स्थानीय कारक, इलाके के आसपास की हरियाली ये सभी भी कारण होते हैं.

क्यों हो रही अधिक बारिश…

बता दें कि मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की स्थिति सहित स्थानीय कारणों की वजह से कई स्थानों में हद से ज्यादा बारिश हो रही है. इतना ही नहीं , वर्षा का वितरण मानसून गर्त के स्थान और साइक्लोनिक सर्कुलेशन दिशा जैसे कारणों के आधार पर अलग- अलग होता है. इसमें स्थानीय टोपोग्राफी भी अहम भूमिका निभाती है.

बारिश बढ़ा रही चिंता…

गौरतलब है कि इस बार देश के कई राज्यों में पड़ी अधिक गर्मी के चलते क्लाइमेट चेंज का असर देखने को मिल रहा है. कहीं पर कम तो कहीं पर ज्यादा बारिश देखने को मिल रही है. लेकिन बदलते मौसम के चलते जहां ज्यादा बारिश हो रही है वहां बाढ़ की स्थिति बन गई है और कहीं- कहीं पर तो बारिश का आधा सीजन निकल जाने के बाद भी लोगों को बारिश का इंतजार है. वहीं इस तरह की बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.

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शहर और गांवों में अलग- अलग बारिश क्यों?..

बारिश को लेकर मौसम विभाग के एक अधिकारी ने प्रकाश डाला कि रेनफॉल डिस्ट्रीब्यूशन वायुमंडलीय और भगौलिक स्थितियों के आधार पर अलग- अलग होता है. उन्होंने कहा कि “शहरीकरण” और “ग्रीन कवर” वाले पैटर्न बारिश को प्रभावित करते हैं जबकि खुले और साधन क्षेत्रों की तुलना वाले स्थानों में अधिक वर्षा होती है. जो इलाका जितना हरा भरा होगा वहां उतनी बारिश होने की संभावना है जबकि कवर और ग्रीनहीन इलाकों में बारिश कम होती है.

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मैदानी इलाकों की अपेक्षा पहाड़ों पर अधिक बारिश…

बता दें कि मैदानी इलाकों की अपेक्षा पहाड़ों पर इस बार ज्यादा बारिश हो रही है. इसका कारण है कि पहाड़ों पर वायुमंडलीय दबाव जल्दी बनता है और हरा- भरा होने के चलते बारिश ज्यादा होती है जबकि मैदानी इलाकों में पेड़- पौधे कम होते हैं और प्रदूषण की मात्रा अधिक होती है. इस कारण वायुमंडलीय और भौगोलिक स्थितियां बदल जाती है इसलिए पहाड़ों पर अधिक बारिश हो रही है.

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