क्यों चर्चा में हैं ‘पहले अश्वेत’ PM ऋषि सुनक, जानें ब्रिटेन में भारतीय हिंदू का मतलब
जिस देश ने भारत पर 200 साल तक राज किया, आज उस देश का मुखिया एक भारतवंशी बन चुका है. बीते मंगलवार को ऋषि सुनक (42) ने भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश पीएम के रूप में कार्यभार संभाल लिया. ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के पीएम, भगवद गीता पर शपथ लेने वाले पहले कैबिनेट मंत्री, ब्रिटेन का नेतृत्व करने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति ऋषि सुनक ने इतिहास रचते हुए ब्रिटेन के पीएम बने हैं. पीएम बनने के बाद से ब्रिटेन और भारत के अलावा दुनियाभर में उनके हिंदू होने को लेकर खूब चर्चा हो रही है. आइये जानते हैं ब्रिटेन में भारतीय हिंदू का क्या मतलब होता है.
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने 7 समंदर पार ब्रिटेन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट में अपना पहला भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने जता दिया कि उन्हें हिंदू होने पर बहुत गर्व है. इसकी बानगी तब देखने को मिली जब 10 डाउनिंग स्ट्रीट में अपने पहले भाषण के दौरान हाथ में पवित्र लाल ‘कलावा’ बांधे हुए उन्होंने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया. इससे ये पता चलता है कि सुनक अपनी धार्मिक पहचान एक क्रिश्चियन बहुल देश में भी जाहिर करने में कतराते नहीं हैं.
बता दें कि ऋषि को अपने हिंदू होने और अपनी भारतीय जड़ों पर हमेशा गर्व रहा है. इसीलिए वित्त मंत्री बनने के बाद भी वह अपने आवास 11, डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर दिवाली के दीये जलाते नजर आए थे.
जानिए ब्रिटेन में हिंदू होने का मतलब…
ब्रिटेन में हिंदुओं की संख्या और राजनीति में प्रभाव ही है कि सुनक एक मजबूत नेता के तौर पर उभरे हैं. सुनक लगातार इस बात को जानते थे और उन्होंने इसलिए ही अपने आप को एक हिंदू के तौर पर पेश किया. कम से कम अपनी वेषभूसा और भाषा से तो ऐसा उन्होंने किया.
जब उन्होंने संसद के सदस्य के रूप में पद की शपथ ली तो उन्होंने हिंदू शास्त्र की एक पुस्तक गीता की कसम खाई. राजकोष के चांसलर के रूप में, उन्होंने 11 डाउनिंग सेंट में अपने आधिकारिक निवास के बाहर दिवाली मनाई और जब पीएम के तौर पर संबोधन दिया तो कलावा पहन जता दिया कि वो एक ‘भारतीय हिंदू’ हैं.
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