एलडीए के अधिकारी घूस लेते थे, होटल अवैध थे तो कार्रवाई क्यों नहीं की ?

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डेढ़ दशक पहले जब होटेल बन रहे थे, तब एलडीए के इंजीनियरों से लेकर बाबुओं तक को घूस दी। होटेल अवैध थे तो उस वक्त क्यों कार्रवाई क्‍यों नहीं की? अब हमारा धंधा चल रहा है तो कार्रवाई करने आ गए। हमने तो रविवार से होटेल में बुकिंग भी शुरू कर दी है। जिम्मेदार हमसे सवाल करें। पूरा हिसाब-किताब है। किसको कितने रुपये दिए। अगर पुलिस या प्रशासन का कोई अघिकारी हमारे धंधे में बाधा बनेगा तो उससे आंदोलन के माध्यम से निपटा जाएगा। यह चुनौती है लखनऊ के होटेल एंड रेस्‍तरां असोसिएशन का। असोसिएशन ने रविवार को बैठक की, उसके बाद होटेल मालिक एसएसपी से मिलने गए। हालांकि उनकी एसएसपी से मुलाकात नहीं हुई।

अधिकारियों ने लिया है घूस

लखनऊ होटेल ऐंड रेस्‍तरां असोसिएशन के महामंत्री रामेश्वर अग्रवाल का कहना है कि जिन होटलों को अवैध बताकर मानक पूरा करने की शर्त लगाई जा रही है, उनके बनने में एलडीए के अफसरों ने मोटी घूस ली थी। एलडीए के इंजिनियर और बाबू आकर रिश्वत ले जाते थे। हर होटेल के लिए दी गई रिश्वत के साक्ष्य हमारे पास हैं। विराज और एसएसजे होटेल में आग के पांच दिन बाद भी एलडीए का कोई बड़ा अफसर कार्रवाई के लिए सामने नहीं आया। उन्हें पता है कि ऐसा करने पर होटेल मालिक एलडीए की रिश्वतखोरी का कच्चा-चिठ्ठा सामने रख देंगे। गुरुनानक मार्केट के वह होटल, जिन्हें आवासीय फ्लैट को तोड़कर बनाया गया है। इन होटलों को प्रशासन बंद करवा सकता है। इसके हमारा पूरा समर्थन रहेगा।

15 साल में नहीं पूरे हो सकते मानक

असोसिएशन का कहना है कि होटेल्‍स के पंजीकरण के दस्तावेज एडीएम पश्चिमी के कार्यालय में मौजूद हैं। वहीं से फाइलें दूसरे विभागों को भेजी गई थीं। प्रशासन को पता है कि किसने कितना पैसा रिश्वत के तौर पर लिया था? पुराने दस्तावेज देखने बाद कार्रवाई करें। प्रशासन ने जो मानक 15 दिन में पूरे करने को कहे हैं वह 15 साल में भी पूरे नहीं हो सकते। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी सीओ कैसरबाग और इंस्पेक्टर नाका को दे दी गई है। सोमवार को डीएम से मिलकर उन्हें भी जानकारी दे दी जाएगी।

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पुलिस ने नहीं लिया ऐक्शन

असोसिएशन की बैठक में सभी होटेल मालिकों ने ग्राहकों की एंट्री करवाने का ऐलान कर दिया। इसकी जानकारी होने के बावजूद पुलिस की टीम किसी होटेल को चेक करने नहीं गई। इंस्पेक्टर नाका परशुराम सिंह का कहना है कि होटेल्‍स में कमरों की बुकिंग पर रोक लगाई गई है। विराज और एसएसजे होटेल मालिकों के खिलाफ वारंट मिलने के बाद टीम उन्हें पकड़ने के प्रयास में जुटी है।

एसएसपी दीपक कुमार ने कहा, ‘मिलने का समय पहले से तय नहीं था इसलिए वार्ता नहीं हो पाई। रही बात ग्राहकों की बुकिंग शुरू करने की तो उसमें पुलिस का कोई रोल नहीं है। सम्बंधित विभाग पुलिस से कार्रवाई को कहेंगे तो हम ऐक्शन लेंगे।’

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