ज़मीन में कपड़े तभी गाड़े मिलते हैं, जब कपड़े पुराने हो जाते हैं और उन्हें फ़ेक दिया जाता है. फेंके हुए कपड़ों की अगर संख्या की बात करे तो आपको एक, दो या तीन मिलेंगे पर Switzerland में दो हज़ार अडरवेयर जमीन में गाड़े जा रहे हैं. और ऐसा वैज्ञानिकों के कहने के बाद किया जा रहा है.
असल में ऐसा वैज्ञानिकों के कहने पर स्विट्जरलैंड में मिट्टी की गुणवत्ता जांचने के लिए मिट्टी में गाड़े जा रहे हैं. इसमें उन्होंने खेत और बागों के मालिकों की मदद ली है. दरअसल, ऐसी जांच स्विट्जरलैंड की अनुसंधान संस्थान एग्रोस्कोप की तरफ से हो रहा है, जिसमें लो लोगों के पास दो जोड़े अंडरवियर मिट्टी में दफनाने के लिए भेज रही है।
यह भी पढ़ें : उठा रहे थे मजबूरी का फाएदा, पहुच गए जेल
दरसल एग्रोस्कोप कृषि अनुसंधान के लिए स्विस परिसंघ का उत्कृष्टता केंद्र है, और कृषि के लिए संघीय कार्यालय से संबद्ध है, जो बदले में आर्थिक मामलों, शिक्षा और अनुसंधान के संघीय विभाग के अधीनस्थ है.
आग्रोसकोप के वैज्ञानिकों कहने पर हो रही ये नए तरह की रीसर्च
एग्रोस्कोप बाद में इन अंडरवियर्स को निकालेगा. उसकी फोटोग्राफी कराएगा और अपनी जांच के बाद ये आंकड़ा देगा कि जिस जगह वो खास अंडरवियर जमीन में गड़ा था, वो जमीन कितनी उपजाऊँ है.
वैज्ञानिक इस बात पर नजर रखेंगे कि इतने समय तक जमीन के अंदर पड़े रहने के बाद उस कपड़े पर क्या असर पड़ा. क्या कपड़े पर वैक्टीरिया या अन्य छोटे जीवाणुओं का हमला हुआ? इसमें कपड़ा कितना नष्ट हुआ. अगर कपड़ा ज्यादा नष्ट हुआ होगा, इसका मतलब है कि वहां की जमीन उपजाऊं है और उस मिट्टी में पर्याप्त तत्व मौजूद हैं.
यह भी पढ़ें : जानिये कैसे इस्तेमाल किया जात है पल्स ऑक्सीमीटर
एग्रोस्कोप की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस प्रयोग में शामिल होने वाले किसान और बागों के मालिक टी बैग्स को भी मिट्टी में दबाएंगे. ताकि उन दोनों की तुलना की जा सके. वैज्ञानिक इसके साथ ही मिट्टी के सैंपल भी अपने साथ ले जाएंगे. इस दौरान करीब एक महीने तक ये अंडरवियर मिट्टी में दबे रहेंगे. और उसके बाद इनका डिजिटली विश्लेषण भी किया जाएगा.
[better-ads type=”banner” banner=”100781″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)