जो आया है उसे एक दिन जाना है… हाथरस हादसे पर भोले बाबा की सफाई…
Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में मृत 121 लोगों की अभी आत्मा को शांति भी नहीं मिल पाई होगी कि बाबा भोले का एक बयान ने फिर उसी दिन की याद ताज़ी कर दी है. हादसे की वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है. लेकिन साकार हरि बाबा की मानें तो ये भगदड़ साजिश के तहत कराई गई. बुधवार को बाबा ने एक बार फिर कहा कि भगदड़ के पीछे बड़ी साजिश है. जिसकी जांच में एजेंसियां लगी हुईं हैं. बाबा साकार हरि ने कहा कि भगदड़ में हुई लोगों की मौत से दुखी हूं. जो आया है उसे जाना ही पड़ेगा.. कोई पहले जाएगा तो कोई बाद में जाएगा.
हादसे के बाद जारी किया था बयान…
बता दें कि हादसे के बाद बाबा भोले यानि साकार हरी ने एक वीडियो बयान में हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा था कि, “हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं…प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दे. सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा. मैंने अपने वकील ए.पी. सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें…
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2 जुलाई को हुई थी भगदड़…
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सूरज पल उर्फ़ भोले बाबा का सत्संग आयोजित हुआ था जिसमें उनके चरण की धूल लेने के दौरान भगदड़ मच गई और 121 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में बाबा को छोड़कर कार्यक्रम आयोजक समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
कौन है भोले बाबा?..
भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाला है. उसने बताया कि पहले वह उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ था. 18 साल की नौकरी के बाद उसने VRS ले लिया. वो अपने गांव में ही झोपड़ी बनाकर रहता था और उत्तर प्रदेश के अलावा आसपास के राज्यों में घूम कर लोगों को भगवान की भक्ति का पाठ पढ़ाता था.