दिल के टुकड़े होने का क्या है मर्ज, जानें क्या कहता है जापान का शोध ?
हम छोटी उम्र में ही टूटे हुए दिलों के बारे में सुनते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि यह सिर्फ एक मानसिक स्थिति नहीं, बल्कि एक वास्तविक शारीरिक समस्या हो सकती है? ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम (या ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी) एक ऐसा दुर्लभ और रहस्यमय हृदय रोग है, जो अत्यधिक मानसिक या शारीरिक तनाव के कारण उत्पन्न होता है. यह विशेष रूप से रजोनिवृत्त के बाद की महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन कभी-कभी कम उम्र के व्यक्तियों में भी यह स्थिति देखी जा सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि, ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या होता है, इसके कारण क्या होते हैं और इसका उपचार कैसे किया जा सकता है?
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या है?
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम हृदय के बाएं वेंट्रिकल का अचानक कमजोर होना है, जो रक्त को पूरे शरीर में पंप करता है. यह सिंड्रोम पहली बार 1990 में जापान में पहचाना गया और इसे ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी के नाम से जाना जाता है. इसके लक्षण दिल के दौरे से मिलते-जुलते होते हैं, जैसे सीने में दर्द, जकड़न और सांस लेने में कठिनाई. हालांकि, दिल की धमनियों में कोई रुकावट नहीं होती है और समय के साथ ये लक्षण सामान्य हो जाते हैं.
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के कारण
यह सिंड्रोम मानसिक और शारीरिक तनाव के कारण उत्पन्न हो सकता है, जैसे किसी करीबी की मृत्यु या चिंताजनक घटनाओं के परिणामस्वरूप 2018 के अध्ययन के अनुसार, इस स्थिति का सामना करने वाले व्यक्तियों में चिंता, अवसाद, मधुमेह, अस्थमा, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम कारक हो सकते हैं. इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के दौरान भी कुछ मरीजों में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के मामले सामने आए हैं.
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लक्षण और उपचार
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण दिल के दौरे से मिलते-जुलते होते हैं, जैसे कि सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, और जकड़न. हालांकि, यह स्थिति हृदय में रक्त के प्रवाह में कोई रुकावट नहीं पैदा करती है. उपचार में मुख्य रूप से बीटा-ब्लॉकर्स, एसीई इनहिबिटर्स और तनाव को नियंत्रित करने वाली दवाइयों का प्रयोग किया जाता है. रोगियों को तनाव से निपटने की रणनीतियां सिखाई जाती हैं ताकि उनके हृदय की कार्यप्रणाली सामान्य हो सके.
अच्छी बात यह है कि अधिकतर मामलों में लोग बिना किसी स्थायी हानि के ठीक हो जाते हैं. हालांकि, इस सिंड्रोम से जुड़ी स्थिति काफी डरावनी हो सकती है, लेकिन सही इलाज और मानसिक स्थिति में सुधार के साथ मरीज की सेहत में सुधार देखा जाता है. ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की स्थिति को समझने के लिए सही इलाज की आवश्यकता है. जैसे ही हम इसे पहचानते हैं, उपचार की दिशा सही हो सकती है और मरीज जल्दी ठीक हो सकते हैं.