क्या हैं भारतीय राजनीति का इतिहास, कैसे शुरू हुई राजनीति
भारतीय राजनीति का इतिहास विश्व के सबसे प्राचीन और विविधतापूर्ण राजनीतिक इतिहासों में से एक है. इसकी जड़ें वैदिक काल से लेकर आधुनिक भारत तक फैली हुई हैं. भारतीय राजनीति का आरंभिक इतिहास राजा-महाराजाओं के शासन और उनके द्वारा निर्मित विशाल साम्राज्यों से जुड़ा है. इस दौरान, धर्म और नीति का गहरा संबंध था, जिसे मनुस्मृति और अर्थशास्त्र जैसे ग्रंथों में देखा जा सकता है.
भारतीय राजनीति को मिली नई दिशा
मौर्य और गुप्त साम्राज्य जैसे शक्तिशाली राजवंशों ने भारतीय राजनीति को नई दिशा दी. इन साम्राज्यों ने न केवल भारतीय उपमहाद्वीप को एकीकृत किया, बल्कि शासन, प्रशासन, और न्याय के क्षेत्र में भी नवाचार किए. इसके बाद, मध्यकालीन भारत में विभिन्न राजपूत, मुगल, और दक्षिण भारतीय राजवंशों ने अपनी-अपनी राजनीतिक छाप छोड़ी.
राजनीतिक चेतना और स्वतंत्रता का जन्म
आधुनिक युग में, भारतीय राजनीति का इतिहास ब्रिटिश राज से जुड़ता है. ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय समाज में बड़े परिवर्तन हुए. राजनीतिक चेतना और स्वतंत्रता की भावना ने जन्म लिया, जिसका परिणाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में सामने आया. इस संग्राम ने भारत को 1947 में आजादी दिलाई.
भारतीय राजनीति की स्थापना
स्वतंत्रता के बाद, भारत ने एक लोकतांत्रिक गणराज्य का रूप लिया. भारतीय संविधान ने एक संघीय ढांचे के तहत लोकतांत्रिक मूल्यों और संस्थाओं को स्थापित किया. इस दौरान, भारत ने कई राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक चुनौतियों का सामना किया. विभिन्न राजनीतिक दलों का उदय हुआ, और भारतीय राजनीति में बहुदलीय प्रणाली की स्थापना हुई.
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विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रणाली भारत
आज, भारतीय राजनीति विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रणालियों में से एक है. यह विविधता, बहुलता, और जटिलता से भरी हुई है. भारतीय राजनीति का इतिहास न केवल भारत के अतीत को समझने में मदद करता है, बल्कि इसके भविष्य की दिशा को भी प्रभावित करता है. यह इतिहास हमें यह सिखाता है कि राजनीति केवल सत्ता का खेल नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा समाज को बेहतर बनाने की कोशिश की जाती है.
Harsh srivastava