क्या है राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस, जिसे पुरुष नही महिला मित्र करती हैं सेलिब्रेट, जाने 1 अगस्त का इतिहास…
भारत देश में गर्लफ्रेंड शब्द जुबान पर आते ही लोगों के बीच खुसफुस शुरू हो जाती है। या यूं कहा जाए कि गर्लफ्रेंड शब्द को बड़े ही नाटकीय तरीके से पेश किया जाता है। जिससे पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी गर्लफ्रेंड शब्द को लेकर संकोची हो गई हैं। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में प्रेमिकाओं के लिए भी एक दिन सुनिश्चित है और इसे राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस (National Girlfriend Day) के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन प्रेमिकाओं के रूप में हर वर्ग की महिलाओं को समर्पित है। चाहे वह विवाहित हो या अविवाहित हो। यहां प्रेमिका शब्द का अर्थ किसी पुरुष की मित्र से नही बल्कि महिला मित्रों से हैं। यानी दो महिला मित्र आपस में इस दिन को सेलिब्रेट कर एक-दूसरे को स्नेह का आभार व्यक्त करती हैं। राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस 1 अगस्त को मनाया जाता है।
राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस का इतिहास
यह निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है कि 1 अगस्त को राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस किसने बनाया था। लेकिन जब भी प्रमिका शब्द कानों में गूंजता है तो मिस्ट्रेस सुसान का नाम ही आता है। सुसान ने 1 अगस्त 2004 को अपनी महिला मित्र एलिजाबेथ को उनकी मित्रता का आभार व्यक्त करने के लिए एक विशेष दिन बनाया था। इसी दिन सुसान ने गर्लफ्रेंड्स यानी महिला दोस्तों को एक-दूसरे का आभार व्यक्त करने के लिए जश्न मनाया था।
नेशनल गर्लफ्रेंड डे महिला अधिकारों की थी लड़ाई
एडिनबर्ग सेवन महिला मित्रों का एक समूह था, जिन्होंने 1860 के दशक में यूके में मेडिकल स्कूल जाने वाली पहली महिला बनने के लिए लड़ाई लड़ी थी। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में चिकित्सा का अध्ययन करने के बावजूद उन्हें स्नातक करने और डॉक्टर बनने से रोक दिया गया। उनके दृढ़ संकल्प ने महिलाओं के अधिकारों को राष्ट्रीय एजेंडे पर रखा और 1876 में कानून का नेतृत्व किया जिसने महिलाओं को विश्वविद्यालय में चिकित्सा का अध्ययन करने की अनुमति दी। एडिनबर्ग सेवन ने भविष्य की महिला डॉक्टरों के लिए मार्ग प्रशस्त किया था। लगभग उसी समय, सुसान बी एंथोनी और एलिजाबेथ कैडी स्टैंटन एक दोस्ती बना रही थी, जो क्रांतिकारी बन गई। दोनों संयुक्त राज्य अमेरिका में महिला अधिकारों के आंदोलन के संस्थापक थे और श्वेत महिलाओं के मताधिकार के लिए आगे बढ़ने वाले ट्रेलब्लेज़र थे। दोनों पहली बार 1851 में मिले थे और 1869 में उन्होंने राष्ट्रीय महिला मताधिकार संघ का गठन किया था। इस बीच सुसान और एलिजाबेथ का प्रेम परवान चढ़ा था। दोनों की प्रेम कहानी के चर्चे हर जगह होने लगी। एलिजाबेथ की प्रेमिका रहते हुए सुसान को काफी ख्याति मिली। सुसान के नाम से ही राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस मनाने का चलन चलने लगा।
नेशनल गर्लफ्रेंड डे पर क्या करें
यदि आप अपनी महिला मित्र को उसके प्रेम और सहयोग के लिए सराहना चाहते हैं तो इस दिन उसे खास होने का अनुभव जरूर कराएं। क्योंकि गर्लफ्रेंड के बीच खास बंधन को सेलिब्रेट करने के लिए ही नेशनल गर्लफ्रेंड डे बनाया गया था। आप अपनी महिला मित्र को अच्छा उपहार दे सकती हैं, जो उन्हें आपकी मित्रता की याद दिलाए। साथ ही उनके साथ अच्छा समय बिता सकती हैं।
1 अगस्त से पहले होता है 6 जुलाई को चुंबन दिवस
हर साल 6 जुलाई को राष्ट्रीय चुंबन दिवस मनाया जाता है, जिसे विश्व चुंबन दिवस या अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस भी कहा जाता है। 1 अगस्त को राष्ट्रीय प्रेमिका दिवस मनाया जाता है। कुछ इतिहासकारों के अनुसार इस दिन की शुरुआत अठारहवीं शताब्दी में इंग्लैंड में हुई थी। प्यार और भक्ति को संप्रेषित करने के तरीके के रूप में चुंबन को व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है। फ्रांस में आप किसी के दोनों गालों पर किस करके अभिवादन कर सकते हैं! चुंबन एक आनंददायक गतिविधि है जो आपको तनाव कम करने और कैलोरी बर्न करने में भी मदद कर सकती है।
Also Read : साहिल हिंदू था या मुस्लिम! जुबैर ने ट्वीट कर कहा- हिंदू, तो आरती ने सुलझाई कलावा-रुद्राक्ष की पहेली