यूपी में अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भिड़ेंगी पार्टियां… लेकिन आखिर ये है क्या ?
ब्लॉक प्रमुख के जिम्मे करोड़ों का विकास कार्य
भारत में चुनावों का सिलसिला हमेशा चलता रहता है, एक चुनाव खत्म नहीं होता कि दूसरा आ जाता है. हाल ही में यूपी में ग्राम पंचायत स्तर पर चुनाव कराए गए. उसके नतीजे आए तो जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो गया और अब राज्य निर्वाचन आयोग ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया है। 10 जुलाई को ब्लॉक कार्यालय पर मतदान होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर ये ब्लॉक प्रमुख होता क्या है? अगर नहीं, तो आइए आपको बताते हैं कि ब्लॉक प्रमुख क्या होता है, इसका चुनाव कैसे होता है और ये क्या काम करता है…
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ब्लॉक क्या है
राज्यों को जिले में विभाजित किया गया है, और प्रत्येक जिले को ब्लॉक में विभाजित किया गया है | ब्लॉक को ग्राम पंचायत में और ग्राम पंचायत को गावं या ग्राम सभा में विभाजित किया गया है | एक जिले में कई ब्लॉक होते है |
ब्लॉक प्रमुख का चुनाव कैसे होता है
गाँव के विकास के लिए प्रत्येक गाँव का एक प्रमुख बनाया जाता है| जिसका चयन उस गाँव की जनता द्वारा मतदान के माध्यम से किया जाता है, जिसके हम ग्राम प्रधान कहते है| प्रत्येक पांच वर्ष में ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव होता है| इन सदस्यों का चयन गांव की जनता द्वारा किया जाता है| इसके बाद निर्वाचित हुए क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से किसी एक का मतदान द्वारा ब्लॉक प्रमुख के पद पर चयन किया जाता है, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सिर्फ क्षेत्र पंचायत सदस्य ही मतदान कर सकते है|
ब्लॉक प्रमुख बननें हेतु योग्यता
- ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति को 10वीं पास होना अनिवार्य है.
- उसे राजनीति के मामले में पहले से ही जानकारी होना आवश्यक है.
ब्लॉक प्रमुख का वेतन
ब्लॉक प्रमुख का पद पर चयनित व्यक्ति को प्रतिमाह 7000 रुपये मानदेय के रूप में प्राप्त होता है| इसके साथ ही ब्लॉक प्रमुख को कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते है|
ब्लॉक प्रमुख कार्य और अधिकार
- ब्लॉक प्रमुख का मुख्य रूप से पंचायत समिति की बैठक का आयोजन, अध्यक्षता तथा संचालन करता है|
- ब्लॉक प्रमुख पंचायत समिति या स्थायी समिति के निर्णयों का कार्यान्वयन करने का अधिकार प्राप्त होता है|
- ब्लॉक प्रमुख को पंचायत समिति की वित्तीय और कार्यपालिका प्रशासन पर पूर्ण नियंत्रण रखने का अधिकार होता है|
- प्राकृतिक आपदा से क्षेत्र में प्रभावित जनता को राहत देने के लिये ब्लॉक प्रमुख एक वर्ष में कुल पच्चीस हजार रूपये तक की राशि स्वीकृत करने की शक्ति प्रदान की गयी है, राशि स्वीकृत करने के बाद उसे पंचायत समिति की अगली बैठक में स्वीकृत राशि का सम्पूर्ण विवरण देना होगा|
भारत में पंचायत व्यवस्था त्रिस्तरीय है. त्रिस्तरीय पंचायत में विभिन्न पदों को शामिल किया गया है, जिसमे ब्लॉक प्रमुख का भी एक पद है. यह पद बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस पद पर चयनित व्यक्ति अपने क्षेत्र का विकास करता है. कम से कम दो-तीन ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक विकासखंड का गठन होता है. गांवों में सड़क,बिजली, नाली, शिक्षा, पेयजल और स्वास्थ्य आदि से सम्बंधित अवश्यक्ताओ को विकासखंड द्वारा पूरा किया जाता है. ब्लॉक प्रमुख, ब्लॉक या विकास खंड का अध्यक्ष होता है. ब्लॉक में आने वाली ग्राम पंचायतों का बजट ब्लॉक प्रमुख की अध्यक्षता में ही पास होता है.
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