अतीक ने मौत से पहले क्या लिखा और हत्या के बाद क्या बोले CM योगी? जानें सबकुछ
वाराणसी: उत्तर प्रदेश का घातक अपराधी अतीक अहमद की हत्या के बाद से ही राज्य में घमासान की स्थिति बानी हुई हैं. क्योंकि इसमें सवाल यह उठ रहा है कि अतीक व उसके भाई को हत्या के पीछे कोई साजिस तो नहीं, इन सब के बीच एक बात सामने आ रही है दरअसल अतीक की वह चिट्ठी बंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और यूपी के मुख्यमंत्री के पास भेजी जा रही है, जोकि उसे उसने अपनी हत्या के पहले लिखी थी. अतीक के वकील विजय मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि अतीक ने कहा था कि अगर उसके साथ कोई अनहोनी होती है तो यह चिट्ठी बंद लिफाफे में रख सीजेआई और सीएम को पहुंचा दी जाए. वहीं, सीएम योगी ने अतीक-अशरफ की मौत के बाद पहली बार बड़ा बयान दिया है.
वकील विजय मिश्रा ने कहा कि चिट्ठी में क्या लिखा है कोई जानकारी नहीं…
मिली जानकारी के मुताबिक, वकील विजय मिश्रा ने कहा कि वह चिट्ठी ना तो मेरे पास है और ना ही मेरे द्वारा भेजी जा रही है। वह चिट्ठी कहीं और रखी गई थी और किसी और व्यक्ति द्वारा भेजी जा रही है। इस चिट्ठी में क्या लिखा है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कोई माफिया डरा धमका नहीं सकता…
उत्तर प्रदेश के दुर्दांत अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की मौत के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज यानी मंगलवार को कहा कि अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया किसी उद्यमियों को डरा धमका नहीं सकता है, उत्तर प्रदेश आज आपको बेहतरीन कानून व्यवस्था की गारंटी देता है. आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कपड़ा पार्क में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
सीएम योगी बोले: 2017 से पहले नहीं सही थी कानून व्यवस्था…
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 से पहले उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब थी और प्रदेश दंगों के रूप कुख्यात था. बहुत से जनपद ऐसे थे जिसके नाम से लोग डरते थे आज लोगों को जनपद के नाम से डरने की जरूरत नहीं है। जो पहले प्रदेश के पहचान के लिए संकट थे आज प्रदेश उनके लिए संकट बनता जा रहा है.”
इस तरह से हुई थी अतीक अहमद की हत्या…
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के दुर्दांत अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की 15 अप्रैल की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई है. घटना को अंजाम उस समय दिया गया जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज स्थित मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी के लिए लेकर जा रही थी. तभी पत्रकार बनकर आए तीन लोगों ने मीडिया से बातचीत कर रहे अतीक-अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी. घटना के बाद हत्यारोपियों ने धार्मिक नारे लगाए और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
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