असम में कमर तक भरा बाढ़ का पानी, 1 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

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असम में बारिश कहर बनकर बरस रही है। लगातार हो रही भारी बारिश से यहां बाढ़ आ गई है। कई गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। बाढ़ का पानी लोगों के कमर तक आ चुका है। इससे असम में अब बाढ़ की स्थित चिंताजनक हो चुकी है।राज्य के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होने से नए इलाके भी जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, बाढ़ से 10 जिलों में करीब 1.2 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।

 

बाढ़ में डूबे 780 गांव

बता दें,असम में गुरुवार सुबह बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। असम के नलबाड़ी के मोइरारंगा गांव में लगातार बारिश के कारण घरों में पानी में घुस गया है। एएसडीएमए बुलेटिन के अनुसार, वर्तमान में करीब 780 गांव डूब गए है। पूरे असम में 10,591.85 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में व्यापक भूमिकटाव देखा गया है। वहीं, दीमा हसाओ और कामरूप मेट्रोपोलिटन में कई स्थानों से भूस्खलन और भारी बारिश की सूचना है।

IMD ने बढ़ाई चिंता

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में ‘अत्यंत भारी’ से ‘अत्यधिक भारी’ बारिश का अनुमान जताया है। वहीं, गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया है। एएसडीएमए की रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी बेकी तीन स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही बेकी नदी

बारिश से आई बाढ़ से कई गांवों की हालत बहुत ही बुरी हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिले में बाढ़ के कारण 1,19,800 लोग प्रभावित हैं। नलबाड़ी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है और लगभग 45,000 लोग इससे जूझ रहे हैं। इसके बाद बक्सा में 26,500 और लखीमपुर में 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बारपेटा, दरांग, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में कई स्थानों पर शहरी इलाके जलमग्न हो गए। प्रशासन ने पांच जिलों में 14 राहत शिविर बनाए है। यहां 2,091 लोगों ने शरण ली है और पांच जिलों में 17 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं।

1280 लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया

बता दें, सेना, अर्द्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), अग्निशमन और आपातकालीन सेवा (एफ एंड ईएस), नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) तथा स्थानीय लोगों ने विभिन्न स्थानों से 1,280 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ की टीमें बक्सा जिले के बाढ़ प्रभावित तामुलपुर इलाके में बचाव अभियान में लगी हुई हैं।

70 वर्षीय युवक ने बताया दर्द

बाढ़ के पानी से हुए जलभराव से पीड़ित 70 वर्षीय ज्योतिष राजबोंगशी ने मीडिया को अपना दुख बताया। उन्होंने रोते हुए कहा कि बाढ़ के कारण उनका सब कुछ खो गया। घर का सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि घर के बहने के कारण कुछ सामान भी नहीं निकाल सके। अब पत्नी के साथ इस तट पर रह रहा हूं।

 

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