मुझे चूना लगाने वालों के ‘पोस्टर बॉय’ के तौर पर पेश किया जा रहा : माल्या

0

भगोड़े कारोबारी विजय माल्या का कहना है कि उसने भारत में सरकारी बैंकों के कर्ज नहीं चुकाने को लेकर 2016 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर अपना पक्ष रख दिया था। माल्या का कहना है कि उसके पत्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली और अब वह अपना पत्र सार्वजनिक कर रहा है।

‘पोस्टर बॉय’ के तौर पर पेश किया जा रहा है

यूके में एक बयान जारीकर माल्या ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री, दोनों को 15 अप्रैल 2016 को पत्र लिखा था और अब मैं चीजों को सही संदर्भ में पेश करने के लिए इन पत्रों को सार्वजनिक कर रहा हूं।’ माल्या ने कहा कि पीएम या वित्त मंत्री दोनों में से किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया। माल्या ने कहा कि वह बैंकों का बकाया वापस करने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे बैंकों को चूना लगानेवालों के ‘पोस्टर बॉय’ के तौर पर पेश किया जा रहा है।

Also Read :  कॉमन फ्रेंड की टाइमलाइन पर पहली बार मेजर ने देखी थी शैलजा की तस्वीर

माल्या ने कहा, ‘मेरा नाम आते ही लोगों का गुस्सा भड़क जाता है।’ माल्या ने कहा, ‘मैं सम्मानपूर्वक कहता हूं कि मैंने सरकारी बैंकों के बकाए वापस करने के पूरे प्रयास किए हैं। अगर राजनीति से प्रेरित कोई फैक्टर इसमें शामिल होता है तो मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं।’

फेडरल बैंक और ऐक्सिस बैंक आदि शामिल हैं

ध्यान रहे कि 62 वर्षीय शराब कारोबारी विजय माल्या पर जिन बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है, उनमें एसबीआई, पीएनबी, आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इलाहाबाद बैंक, फेडरल बैंक और ऐक्सिस बैंक आदि शामिल हैं। बैंकों ने उससे यह रकम वापसी की कोशिशें शुरू कीं तो वह 2016 में यूके भाग गया और अब वह मामले का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किए जाने से बचने की पूरी कोशिश कर रहा है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More