जमुई में खरताल बजाते हुए पीएम मोदी का वीडियो वायरल, लोग जमकर कर रहे तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार के जमुई का दौरा और वहां आदिवासी समुदाय के साथ उनका जुड़ाव इस बार बहुत खास रहा. उनकी मौजूदगी में जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासी संस्कृति और उनके योगदान को मान्यता देने की एक विशेष कोशिश की गई. पीएम मोदी ने इस अवसर पर न केवल आदिवासी समाज के इतिहास और योगदान की सराहना की, बल्कि उनकी उपेक्षा और संघर्षों को उजागर किया.
PM ने बजाया खरताल
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी समुदाय से जुड़े विभिन्न उत्पादों का अवलोकन करते हुए, उनके सांस्कृतिक महत्व और कड़ी मेहनत को स्वीकार किया. इस दौरान, उन्होंने एक प्रदर्शन में भाग लिया और आदिवासी कलाकारों के साथ खरताल बजाते हुए उनके उत्साह को साझा किया, जो दर्शाता है कि वह सिर्फ राजनेता ही नहीं, बल्कि जनजातीय समाज से गहरा जुड़ाव रखने वाले एक सम्मानित व्यक्ति भी हैं.
उनका यह कदम आदिवासी समुदाय को सम्मान देने के साथ-साथ उनके गौरव को स्थापित करने का प्रयास था. उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी समाज को अब तक सही तरीके से सम्मान और स्थान नहीं मिल पाया था, और उनके इतिहास के साथ किए गए अन्याय को सुधारने का यह प्रयास है.
विकास परियोजनाओं की सौगात
इसके अलावा, पीएम मोदी ने आदिवासी समुदाय के विकास के लिए 6,600 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने यह भी कहा कि बिरसा मुंडा के योगदान को सही रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए, और उन जैसे महान नेताओं के कार्यों को इतिहास में सही स्थान मिलना चाहिए.
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पीएम मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज को इतिहास में उतना स्थान नहीं दिया गया, जिसके वे हकदार थे. इतिहास ने इस समाज के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है, जिसे दूर करने का यह एक ईमानदार प्रयास है.