Varanasi: जाली भारतीय करेंसी की तस्करी करने वाले दो अपराधी गिरफ्तार
यूपी ATS ने वाराणसी के सोयेपुर से दबोचा, बांग्लादेश से बंगाल के रास्ते होती है तस्करी
Varanasi: बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते तस्करी कर उत्तारप्रदेश में जाली मुद्रा चलाने वाले गिरोह का यूपी ATS ने राजफाश किया है. इस संबंध में दो अपराधियों को भारतीय जाली मुद्रा 97 हजार 500 रुपये के साथ एटीएस की वाराणसी यूनिट की टीम ने वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग स्थित लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के सोयेपुर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपित दीपक कुमार और चंदन सैनिक दोनों प्रतागपढ़ के रानीगंज के निवासी हैं. एटीएस की टीम दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है. आरोपितों के पास से बंगाल आने जाने का फ्लाइट टिकट भी बरामद किया गया है.
बांग्लादेश से तस्करी यूपी में सप्लाई
यूपी एटीएस के अनुसार सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश से कुछ लोग पश्चिम बंगाल के भारतीय जाली नोट तस्करों के गिरोह के संपर्क में हैं और पश्चिम बंगाल के मालदा से भारतीय जाली मुद्रा जो बांग्लादेश में छपती है. उसे उत्तर प्रदेश के अलग- अलग जिलों में सप्लाई करते हैं. गिरफ्तार दोनों आरोपित दीपक कुमार व चंदन सैनिक तस्कर हैं. दोनों की लगातार तस्करी व अन्य आपराधिक कार्यों में संलिप्तता रही है. दीपक कुमार पूर्व में गांजा तस्करी के मामले में थाना मंधाता प्रतापगढ़ से और चंदन सैनिक दो बार गांजा तस्करी व वाहन चोरी में जेल जा चुका है. गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही हैं.
पहले भी पकडे जा चुके हैं तस्कर
साल 2019 में वाराणसी में एटीएस और पुलिस ने मिलकर वाराणसी के कैंट इलाके से जाली नोटों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया था. उसके पास से दो लाख दस हजार रुपये की जाली भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी. गिरफ्तार दीपक साहनी पूर्वी चंपारण बिहार के हर सीधी के वार्ड दुदही निवासी था. आरोपित पश्चिम बंगाल के मालदा से नकली भारतीय मुद्रा लेकर हरियाणा जा रहा था.
इसी तरह आतंकवाद निरोधक दस्ता ने जाली नोटों का धंधा करने वाले दो तस्करों को वाराणसी के सिगरा इलाके से गिरफ्तार किया था. इनके कब्जे से करीब दो लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा बरामद की गई थी. दोनों के पहचान झारखंड के रांची के जगन्नाथपुर निवासी सत्तार अंसारी और नेजमननगर निवासी दानिश अंसारी के रूप में की गयी थी. इस मामले में वाराणसी के सिगरा थाना में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. इनका भी कनेक्श न पश्चिम बंगाल के मालदा से जुडे रहे.
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साल 2007 में एटीएस की हुई थी स्थापना
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2007 में आतंकवादी घटनाओं से निपटने हेतु आतंकवाद निरोधक दस्ता का गठन किया गया था. आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) उत्तर प्रदेश पुलिस की एक विशिष्ट इकाई के रूप में क्रियाशील है . पूर्व में एटीएस मुख्यालय 1, विनीतखण्ड गोमतीनगर लखनऊ में स्थापित था लेकिन 19 नवंबर से उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता का मुख्यालय अपने नए भवन अमौसी रेलवे स्टेशन रोड, अनौरा लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थापित है. आतंकवाद निरोधक दस्ता, उत्तर प्रदेश में कई ऑपरेशन टीमें एटीएस मुख्यालय पर एवं फील्ड यूनिट्स उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कार्यरत हैं .