वाराणसीः रमना में ट्रीटमेंट प्लांट के विरोध के बाद पहुंचे एसडीएम और तहसीलदार, नेताओं और ग्रामीणों से हुई वार्ता

रविवार को सीरगोवर्धनपुर के ग्रामीणों ने डाफी में किया था विरोध प्रदर्शन

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वाराणसी के रमना में संचालित हरित कोयला परियोजना के बायोमेडिकल कचरा प्लाज्मा ट्रीटमेंट प्लांट से फैल रहे प्रदूषण को बंद करने के लिए विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार को एसडीएम सदर और नायब तहसीलदार प्लांट पर पहुंचे. ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद तय हुआ कि एक सप्ताह के भीतर फिजिकल टेस्टिंग कराकर रिपोर्ट दी जाएगी. इसके बाद ही प्लांट के खिलाफ कोई कार्रवाई हो सकेगी. इस दौरान सपा, कांग्रेस और ग्रामीणों की ओर से अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया.

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गौरतलब है कि लंका थाना क्षेत्र के सीर गोवर्धनपुरवासियों ने रविवार को डाफी बाईपास पर विरोध प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम कर दिया था. इस दौरान सीरगोवर्धनपुर के ग्रामीण हाथों में पोस्टर लिए पहुंचे थे. स्थानीय नागरिकों ने कहा कि ग्रामसभा नैपुरा कलां, रमना में हरित कोयला परियोजना के बायोमेडिकल कचरा प्लाज्मा ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करने को लेकर हम सभी गांव के लोग इकट्ठा हुए हैं. शहर का कूड़ा रमना में गिराया जा रहा है. इसके चलते यहां का वातावरण प्रदूषित हो गया है.

प्रोजेक्ट मैनेजर ने प्लांट से धुएं और बदबू से कर दिया इनकार

रविवार को डाफी चौराहे पर धरना प्रदर्शन के बाद सोमवार शाम को एसडीएम सदर और नायब तहसीलदार प्लांट पर पहुंचे. वहां कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, सपा के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव, जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव, नैपुरा के ग्राम प्रधान कल्लू यादव समेत दर्जनों लोगों की मौजूदगी में ग्रामीणों की एनटीपीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर आर रंजन से बातचीत शुरू हुई. इस दौरान एनटीपीसी के अधिकारी अपने प्लांट से धुएं निकालने और बदबू से सीधे इनकार कर गए. इसके बाद ग्रामीणों ने एसडीएम सदर से फिजिकल टेस्टिंग करने की मांग की. इस पर एसडीएम सदर ने एक सप्ताह के भीतर फिजिकल टेस्टिंग कराकर रिपोर्ट देने की बात कही. कहाकि इसके बाद प्लांट के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी गांव में प्लांट चलने के दौरान 2 किलोमीटर दूरी पर मौजूद होकर सच्चाई की जांच कर सकते हैं. दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी 10 दिन प्लांट चलेगा. इस दौरन प्लांट से निकल रहे धुएं और बदबू का निरीक्षण करने के लिए एसडीएम सार्थक अग्रवाल गांव में ठहर कर निरीक्षण करेंगे. एसडीएम ने कहाकि यदि मेरे निरीक्षण के दौरान धुएं और दुर्गंध से समस्या महसूस होगी तब हम इस प्लांट को बंद करा देंगे.

8 लोगों की जान बचानेवाले अग्निशमन कर्मियों को मिला सम्मान

वाराणसी के मलदहिया स्थित एक तारांकित होटल में पिछले 19 जुलाई को भीषण अग्निकाण्ड के दौरान अदम्य साहस का परिचय देनेवाले अग्निशमन अधिकारी और फायरमैनों को कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.
गौरतलब है कि घटना के दौरान विकराल आग एवं धुएं में 8 व्यक्ति फंसे हुए थे. उस दौरान अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देते हुए मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनन्द सिंह राजपूत के नेतृत्व में अग्निशमन अधिकारी भेलूपुर इन्द्रजीत वर्मा, फायर सर्विस चालक प्रबल कुमार, फायरमैन रामप्रताप सिंह, राहुल मिश्रा, संजय कुमार कुशवाहा, राकेश यादव, निर्मल राय, रामबाबू पासवान, राजकुमार ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू कर बाहर निकाला. आग पर भी पूर्णतया काबू पा लिया. इस सराहनीय कार्य को देखकर कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने फायर सर्विस कर्मियों के कार्य की सराहना की और अग्निशमन कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया.

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