वाराणसी में संस्कृत में कमेंट्री के साथ बटुकों ने खेला कबड्डी मैच

शिक्षा मंत्रालय के प्रकल्प भारतीय ज्ञान परम्परा केंद्र, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा आज शुक्रवार को स्नातक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गयी.

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कबड्डी हमारे देश का पारंपरिक खेल है. आधुनिकता के इस दौर में शारीरिक स्वास्य्पार व मानसिक विकास ही सफलता की सीढी है. खेल व्यक्तिगत और सामाजिक कौशल के विकास के लिए ऊर्जा का काम करती है. इसको ही ध्यान में रखकर भारतीय खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए शिक्षा मंत्रालय के प्रकल्प भारतीय ज्ञान परम्परा केंद्र, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्याल द्वारा आज शुक्रवार को स्नातक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गयी.

इस प्रतियोगिता का आयोजन आईकेएस के मुख्य समन्वयक प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव राकेश कुमार की विशिष्ट अतिथित्व में किया गया. इस दौरान खेल संचालक डॉ. देवात्मा दुबे, संयोजक और सह संयोजक के नेतृत्व में “स्नातक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता” में शारीरिक रूप से स्वस्थ खिलाड़ियों की निम्न 3 टीमों ने सहभाग किया. जिसमें प्रत्येक टीम में आठ- आठ खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया.

संस्कृत में कमेंट्री

पूरे खेल की कमेंट्री संस्कृत में की गई. जिसे डॉ. आशीष मणि त्रिपाठी और श्री दवे अल्पेश पंकज के द्वारा किया गया. अनेन क्रीडकेन अपरः क्रीडकः गृहीतः …….. इस खिलाड़ी के द्वारा वह खिलाड़ी पकड़ लिया गया.

इन टीमों ने भाग लिया

1. श्री स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ, वाराणसी
2. श्री स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय, वाराणसी
3. इंण्टरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट, वाराणसी
4. श्री विश्वेश्वरवेद भवनम्, वाराणसी
5. सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी6. वेदविद्यानिधी, वाराणसी

खेल की शुरूआत स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ तथा स्वामी स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय के मध्य हुआ. स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय की टीम ने टॉस जीता. पहले मैच के क्रम में दोनों टीमों ने समान अंक प्राप्त किया. जहां प्रथम क्रम के समापन के बाद दोनों टीमों ने पक्षों का आदान-प्रदान किया. इसके साथ ही दूसरे क्रम का प्रारंभ हुआ. इस क्रम में स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ तीन अंकों से विजयी हुई.

दूसरा मैच विश्वेश्वर वेद भवनम् तथा सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के बीच हुआ. जहां विश्वेश्वर वेद भवनम् की टीम ने टॉस जीता. पहले क्रम में विश्वेश्वर वेद भवनम् की टीम ने जीत हासिल की. इस पारी के दूसरे क्रम में भी विश्वेश्वर वेद भवनम् ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की. तीसरा मैच इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट तथा वेद विद्यानिधि के बीच हुआ. वेद विद्यानिधि की टीम ने टॉस जीतकर आक्रमणकारी को बुलाने का निर्णय किया.

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प्रथम क्रम में दोनों टीमों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 14-14 समान अंक अर्जित किए तथा दूसरे क्रम के लिए पक्षों का परिवर्तन किया. दूसरे क्रम में वेद विद्यानिधि की टीम ने 24 अंक से जीत हासिल की. तीनों मैचों के समापन के बाद स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ, विश्वेश्वर वेद भवनम्, श्री स्वामी नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय तथा सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की टीम सेमीफाइनल में गई.

फाइनल मैच में पहुंची टीम

वहीं, फाइनल मैच स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ तथा विश्वेश्वर वेद भवनम् के बीच हुआ. जिसमें वेदांती वेद विद्यापीठ सर्वाधिक 24 अंक प्राप्त करके प्रथम विजेता तथा विश्वेश्वर वेद भवनम् नें 19 अंक अर्जित करने के साथ ही द्वितीय विजेता रही.

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जहां पहली विजेता श्री स्वामी वेदांती वेद विद्यापीठ, वाराणसी की टीम रही। दूसरे विजेता विश्वेश्वर वेद भवनम् की टीम रही. तिसरी विजेता श्री नारायणानंद तीर्थ वेद विद्यालय की टीम रही और चौथे विजेता संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की टीम रही.

निर्णायक मंडल की भूमिका में

खेल निर्णायक के रूप में डॉ. जयंतपति त्रिपाठी और डॉ. दुर्गेश पाठक वहीं प्रो. दिनेश गर्ग विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप मं इसके साथ ही प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.

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