वाराणसी: पुलिस ने फर्जी काल सेंटर संचालक समेत दो को किया गिरफ्तार
नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे साइबर ठगी
वाराणसी के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने फर्जी काल सेंटर के जरिए नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी करने के मामले का राजफाश किया है. इस संबंध में फर्जी काल सेंटर संचालक समेत दो आरोपियों को दिल्ली् के कालकाजी से गिरफ्तार किया गया है. अंतरप्रांतीय गिरोह से जुडे इन शातिरों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल, एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, कम्यूे टर, लैपटाप, सिमकार्ड आदि बरामद किए गए.
जौनपुर निवासी भुक्ताभोगी ने दर्ज कराया था मुकदमा
इस प्रकरण में जौनपुर निवासी श्रेयांश कुमार मिश्रा ने वाराणसी साइबर क्राइम थाने में इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया था कि उनसे आनलाइन वेबसाइट के माध्य्म से नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 11 लाख की साइबर ठगी कर ली गयी है. इस बाबत धोखाधडी व 66डी आईटी एक्टप के तहत मुकदमा दर्ज कर साइबर क्राइम पुलिस ने छानबीन शुरू की तो चौंकने वाले तथ्यप सामने आये. जांच व विवेचना में घटना में दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार निवासी रोहित कुमार व अतीत कुमार का नाम प्रकाश में आया. इसके बाद प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना विजय नारायण मिश्रा की अगुवाई में टीम ने इलेक्टाूनिक सर्विलांस व अन्यर आधुनिक तकनीकी के जरिए दिल्लीश के कालका जी से फर्जी काल सेंटर संचालक सहित दो आरोपियों को दबोच लिया गया.
इस तरीके से करते थे अपराध
आलाइन रोजगार की तलाश करने वाले युवाओं द्वारा आमतौर पर अपना रिज्यू म sign.com, Naukri.com, www.foundit.in (Monster) आदि वेबसाइटों पर डाला जाता है. साइबर अपराधियों द्वारा अपने काल सेंटर को अवैध तरीके से प्राइवेट लिमिटेड कंपनी दिखाकर तथा उसमें नौकरी कंसलटेंसी का कार्य दिखाते हुए धोखे में रखकर रोजगार की तलाश में रिज्यू्म अपलोड किये हुए लोगों का डेटा प्राप्तच कर लिया जाता है. साइबर अपराधियों द्वारा अपने काल सेंटर के टेलीकालर द्वारा इन लोगों को काल कर नौकरी से संबंधित अपलोड रिज्यूयम के बारे में बात क उनको अपने झांसे में लिया जाता है.
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इसके बाद नौकरी देने के लिए फार्म भरवाकर रजिस्ट्रेशन कराया जाता है. इस प्रक्रिया के तहत साइबर अपराधियों द्वारा रजिस्ट्रे शन फीस, एप्वा इंटमेंट फीस, बीमा फीस आदि का हवाला देते हुए लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली जाती है. पकडे गये आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे पूर्व में काल सेंटर में तथा विभिन्नो नौकरी देने वाली कंपनियों में टेलीकालर के रूप में काम कर चुके हैं, जहां से काम करने का तरीका सीखा है.