वाराणसी: 27 साल बाद टूटेगी विश्वनाथ धाम की बड़ी परंपरा, जानें इस महोत्सव के बारे में
यूपी के वाराणसी में सदियों से चली आ रही परंपरा इस साल की दिवाली के बाद टूटने वाली है. बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में इस साल अन्नकूट महोत्सव नहीं मनाया जायेगा. दरअसल, काशी में दिवाली के दूसरे दिन अन्नकूट महोत्सव का आयोजन होता है और इस साल दिवाली के दूसरे दिन खंडग्रास सूर्यग्रहण पड़ रहा है. ज्योतिषाचर्य कन्हैया महाराज के अनुसार, 27 वर्षों के बाद ऐसा देखने को मिल रहा है. जब दिवाली के तीसरे दिन अन्नकूट महोत्सव और गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी.
क्या है अन्नकूट महोत्सव…
ज्योतिषाचार्य कन्हैया महराज ने बताया कि काशी में दिवाली के दूसरे अन्नकूट का बड़ा महत्व माना जाता है. इस दिन बाबा विश्वनाथ को 56 प्रकार के भोग लगाए जाते हैं. इसी भोग को श्रद्धालुओं में वितरित भी किया जाता है. मगर, इस साल ये परंपरा टूटने जा रही है.
![Varanasi Suryagrahan Vishwanath Dham Annakoot Mahotsav](https://new-img.patrika.com/upload/2020/11/16/annakoot_1.jpg)
कब होगा सूर्यग्रहण…
25 अक्टूबर की शाम 04:29 बजे सूर्यग्रहण स्पर्श होगा. ग्रहण का मध्यकाल 05:14 बजे और मोक्ष शाम 05:42 बजे होगा. सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल की शुरुआत होती है.
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ऐसे में तमाम देवालय के फाटक बंद होते है. जिसके कारण इस बार देवालयों में दिवाली के दूसरे दिन नहीं, बल्कि तीसरे दिन (26 अक्टूबर) देवालयों में अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा.
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