अस्पताल में अपनों की भीड़, बाबा की कृपा से कई सुरक्षित बचें
दो पांच मंजिला दोनों मकान गिरने के बाद मलबे में कई लोग दबे रहे व एक महिला की मृत्यु भी हो गई.
वाराणसी चौक थाना क्षेत्र के काशी विश्वनाथ मंदिर के येलो जोन में मंगलवार के तड़के सुबह हुए दर्दनाक हादसे के बाद हर किसी में एक डर और भय का माहौल बन गया है. सभी की जुबान पर उसी हादसे की चर्चा हो रही है. दो पांच मंजिला दोनों मकान गिरने के बाद मलबे में कई लोग दबे रहे व एक महिला की मृत्यु भी हो गई. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने इलाके में आवागमन बंद कर दिया है. रास्तों पर पूरी तरीके से रोक लगाकर कह सकते हैं, इलाके को कैद कर लिया है. वहीं मंदिर परिसर में जा रहे श्रद्धालुओं का भी ध्यान रखा जा रहा है.
वहीं हादसे में घायल तमाम घायलों को कबीरचौरा स्थित अस्पताल भेजा गया था. जहां चार लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया. इस दौरान घायलों के परिवार वालों की भीड़ अस्पताल में जुटी रही. इसके साथ ही रिश्तेदारों ने फोन और विडियो कालिंग के जरिए हाल-चाल भी लिया. दूसरी तरफ मृतक महिला के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था.
वाराणसी पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर
घटना के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना हो गई है. क्षेत्र में बाकी बचे घरों के मरम्मतीकरण का आदेश भी जारी हो गया है. वहीं नगर निगम व काशी विश्वनाथ मंदिर की तरफ से बयान भी जारी किए गए हैं. हादसे में एनडीआरएफ की टीम और पुलिस प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के बाद मलबे को हटाकर घायलों को बचाया है.
Also Read- काशी विश्वनाथ मंदिर के पास हुए हादसे में एनडीआरएफ के 11 बचावकर्मी बने देवदूत
हर समय घटनास्थल पर जाने वाले रास्ते पर पुलिस प्रशासन की टुकड़ी तैनात रही और मलबे का हटाने का कार्य जारी रहा.
महिला पुलिस कर्मी आरक्षी इंदू हुई घायल
इस दुर्घटना में एक पुलिस महिला कर्मचारी भी घायल हुईं हैं. आरक्षी इंदू 2016 बैच की है. वह मूल रूप से मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र की रहने वाली हैं. वाराणसी में वह चोलापुर थाने में तैनात हैं. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थी चेकिंग प्वाइंट पर ड्यूटी के दौरान आरक्षी हादसे का शिकार हो गईं, जिन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. उनके दाएं हाथ में दो जगह छह टांका लगे हैं. इसके साथ ही उनके जबड़े का ऑपरेशन भी किया जाना है.
श्रद्धालुओं की भीड़ पर बाबा विश्वनाथ की कृपा
जिस गली के पास दोनों जर्जर मकान गिरे हैं, वहां सावन के प्रत्येक सोमवार को विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगती है.
वहीं पुलिसकर्मीयों का कहना है कि उस गली से श्रद्धालु विश्वनाथ धाम में प्रवेश करते हैं. बाबा विश्वनाथ की बड़ी कृपा है कि सोमवार को हादसा नहीं हुआ.
Written By- Anchal Singh Raghuvanshi