मात्र 24 घंटे में रुका वाराणसी डीएम का ट्रांसफर, पीएम मोदी के पसंदीदा हैं कौशल राज शर्मा
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शुक्रवार को डीएम कौशल राज शर्मा का ट्रांसफर प्रयागराज के मंडलायुक्त पद पर कर दिया गया था. मगर, मात्र 24 घंटे के भीतर ही शासन को अपना ये फैसला वापस लेकर वाराणसी डीएम का ट्रांसफर रोकना पड़ा. पुराना आदेश निरस्त करते हुए कौशल राज शर्मा को वाराणसी के डीएम पद पर बने रहने का नया फरमान जारी किया गया. शासन के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कौशल राज शर्मा के ट्रांसफर पर रोक लगाने के लिए खुद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा था. पीएमओ की तरफ से शासन को यह भी कहा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रशासनिक फेरबदल से पहले पीएमओ को सूचित किया जाए.
बताया जाता है कि वाराणसी में अभी भी काफी विकास कार्य बचे हुए हैं. साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं. इसके पहले नगर निकाय चुनाव भी है. ये दोनों चुनाव भाजपा के लिए चुनौती का विषय है. अगर, इनमें कोई गड़बड़ी हुई तो सीधे सवाल पीएम मोदी पर खड़े होंगे. जिसको लेकर पीएमओ किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता है.
जानिए डीएम कौशल राज शर्मा को आखिर क्यों इतना पसंद करते हैं पीएम मोदी
2 नवंबर, 2019 को जब लोकसभा चुनाव जीतकर भाजपा दोबारा सत्ता में आई थी, तब सरकार ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कमान कौशल राज शर्मा को दी थी. तब से लेकर आज तक वह इस पद पर बने रहे. इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की कई परियोजनाओं को आगे बढ़ाया. साल 2019 में जब कौशल ने वाराणसी डीएम का पदभार संभाला था, तब भाजपा की सरकार काफी विवादों में घिरी थी. जनता से जुड़े समस्याओं के समाधान को लेकर भी सरकार पर सवाल उठ रहे थे. चूंकि, यह क्षेत्र खुद पीएम मोदी का है, ऐसे में इन मुद्दों को लेकर सरकार काफी घिर रही थी.
कौशल राज शर्मा ने वाराणसी डीएम की कमान संभालते ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और वाराणसी की सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की तमाम परियोजनाओं में तेजी लाने का काम किया. इसके अलावा, कोरोना काल में भी डीएम कौशल राज शर्मा ने काफी मेहनत की. कौशल के डीएम बनते ही सीएए-एनआरसी को लेकर वाराणसी में काफी बवाल हुआ था. तब भी उन्होंने बड़े ही व्यवस्थित तरीके से पूरे मामले को संभाला.
डीएम कौशल के इन कामों से पीएम नरेंद्र मोदी भी काफी प्रभावित हुए. कौशल राज शर्मा को साल 2020 में फेम इंडिया मैग्जीन की ओर से देशभर के 50 सर्वश्रेष्ठ आईएएस अफसरों की लिस्ट में शामिल किया गया था. साल 2022 में कौशल राज शर्मा को पीएम एक्सिलेंस अवार्ड भी मिला था. यह अवार्ड खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने कौशल को दिया था.
जानिए डीएम कौशल राज शर्मा के बारे में
वाराणसी डीएम कौशल राज शर्मा मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं. इनका जन्म 5 अगस्त, 1978 को हुआ. कौशल राज शर्मा ने साल 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए. इसके पहले इन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग से एमटेक और फिर एमए पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है. बेहद शांत स्वभाव के कौशल राज शर्मा काम में काफी तेज माने जाते हैं. वाराणसी से पहले वह प्रयागराज, कानपुर जैसे बड़े जिलों में डीएम रह चुके हैं.