वाराणसी : डाटा इंट्री ऑपरेटर अजित कुमार मिश्रा को लगा पहला टीका, बताया अनुभव
दुनिया में सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत शुक्रवार को भारत में कोविड-19 के बचाव के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा शुरुआत एवं शुभारंभ की।
इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत कम समय में कोरोना वैक्सीन भारत में आ गई है और आज दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है।
उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि एक वैक्सीन बनाने में वर्षों लग जाते हैं, लेकिन इतना कम समय में मेड इन इंडिया का दो-दो वैक्सीन बना है। जो भारत के वैज्ञानिक दक्षता व टैलेंट का उदाहरण है। उन्होंने कवि के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है।
वैक्सीनेशन के लिए बनाये गए 6 सेंटर-
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की देखरेख में वाराणसी में कोरोना वैक्सिनेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। वाराणसी में 4 शहरी एवं 02 ग्रामीण सहित कुल 6 स्थानों पर सेंटर बनाया गया है। प्रत्येक केंद्र पर सौ-सौ सहित कुल 600 लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा।
कोरोना कॉल में सबसे अधिक रिस्क में मेहनत से कोविड-19 के मरीजों की सेवा का काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सबसे पहले टीका लगाई जा रही है। जिलाधिकारी ने राजकीय महिला चिकित्सालय कबीरचौरा एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय का दौरा कर कार्यक्रम की मानिटरिंग स्वयं कर रहे थे।
उन्होंने राजकीय महिला चिकित्सालय, कबीरचौरा में अपनी देखरेख में कोरोना वैक्सिनेशन कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत करायी। जहां पर कोरोना वैक्सीन का पहला टीका हेल्थ वर्कर के रूप में श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय के डाटा इंट्री ऑपरेटर अजित कुमार मिश्रा को लगाया गया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अजित ने अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया की टीका लगने के बाद उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। सब कुछ पहले की तरह नॉर्मल है। उन्हें इस बात की खुशी है कि कोविड का पहला टीका उन्हें लगा है।
वैक्सीनेशन को लेकर लोगों ने उत्साह-
महिला राजकीय चिकित्सालय कबीरचौरा में कोरोना वैक्सिनेशन कार्यक्रम का पूरे उल्लास के साथ शुरुआत की गई। इस अवसर पर वैक्सीनेशन वार्ड को फूल पत्ती एवं गुब्बारों से पूरी तरह सजाया गया था। कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर लोगों में उत्साह देखी जा रही थी।
लोग काफी उत्साहित दिख रहे थे। राजकीय महिला चिकित्सालय में वैक्सीनेशन हाल परिसर में लगे बड़े एलइडी स्क्रीन पर प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा किए गए कोरोना वैक्सीनेशन शुभारंभ कार्यक्रम की सीधा प्रसारण को देखा और प्रधानमंत्री के संबोधन को सुना।
वैक्सीनेशन कार्यक्रम का हुआ लाइव प्रसारण-
आज से शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम के प्रचार प्रसार एवं वैक्सिन के प्रति जन जागरण हेतु सूचना विभाग द्वारा शहर के केंट, नदेसर, मंडुवाडीह, काशी स्टेशन एवं कबीरचौरा सहित 6 स्थानों पर एलईडी बैंन के माध्यम से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखलाया गया।
पीएम ने लोगों को दिया ये संदेश-
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के लोगों का पहला हक वैक्सीन पर है, जिन्होंने संकट की घड़ी में आगे बढ़कर और बढ़-चढ़कर लोगों की सहायता की है, उन्हें पहले वैक्सीन लगेगा। फिर दूसरे चरण में सुरक्षा कर्मियों एवं अन्य फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना वैक्सीन लगाया जाएगा। इनकी संख्या 3 करोड़ है सभी खर्च भारत सरकार उठाएगी।
कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के दौरान रजिस्ट्रेशन से ट्रैकिंग तक की व्यवस्था है। कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगना जरूरी है। दोनों डोज के बीच एक माह का अंतराल भी जरूरी हैं। इसलिए कोरोना के संक्रमण एवं बचाव के लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना एवं सैनिटाइज करने जैसी एहतियाती कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होनी चाहिए।
इतिहास में इतना बड़ा टीका अभियान इससे पहले कभी नहीं चला है। कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 3 से 30 करोड़ की संख्या तक ले जाया जाना है।
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